पूरी दुनिया में 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer’s Day) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत ही इसलिए की गई जिससे लोग इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरुक हो सकें.
चूंकि अल्जाइमर याददाश्त से जुड़ी बीमारी है, इसलिए इसके लक्षण इसी से जुड़े अधिक होते हैं. जिन्हें नोटिस करना बेहद जरूरी है. पर एक लक्षण ऐसा है जिसे आप साफ देख सकते हैं. ये लक्षण रोगी की आंख से जुड़ा है.
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ये लक्षण है रोगी की आंखों में पीले धब्बे आना. कुछ समय पहले एक शोध में ये बात कही गई थी. ये शोध किया था उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट के क्वीन विश्वविद्यालय ने.
शोधकर्ताओं ने कहा था कि इन धब्बों को हार्ड ड्रसेन के नाम से जाना जाता है. ये वसा व कैल्शियम जमा हो जाने से बनते हैं. ये रेटीना के नीचे एक परत में बनते हैं और इन्हें स्कैन में देखा जा सकता है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस शोध से पहले तक इन धब्बों को उम्र बढ़ने का संकेत माना जाता था. लेकिन शोध के निष्कर्षों से पता चला कि चार फीसदी स्वस्थ लोगों की तुलना में ये धब्बे अल्जाइमर से पीड़ित लोगों में 25 फीसदी ज्यादा पाए गए.
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इस शोध में कहा गया था कि जब भी आप अपने घर में किसी की आंखों में पीले धब्बे देखें तो उसे इग्नोर ना करें. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
अन्य लक्षण
चूंकि ये याददाश्त से जुड़ी बीमारी है इसलिए सबसे पहले इसका असर इसी पर पड़ता है. रोजमर्रा की चीजें रखकर भूल जाना आम बात है पर फिक्र तब होनी चाहिए जब कोई अपने परिवारजनों या रिश्तेदारों, जगह, जरूरी तारीख या महत्वपूर्ण घटना को भूलने लगे. इस रोग से ग्रस्त होने पर लोगों के नाम, डेली रुटीन के काम करने में परेशानी आने लगती है.
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लोग भूलने लगते हैं कि वे क्या काम करने जा रहे हैं. धीरे-धीरे रोगी को रोजमर्रा के काम करने में ही मुश्किल आने लग जाती है. जैसे पुरुषों को शेव करना, महिला को खाना पकाना आदि. चीजें रखकर तो लोग किसी भी उम्र में भूल जाते हैं.