पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कल आए नतीजे के बाद पूरे देश में कांग्रेस का डंका बज रहा है लेकिन इसे लेकर में हालात कुछ अलग ही बयां कर रहे हैं। यहां राजद ने साफ कह दिया है कि भले ही तीन राज्यों में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। लेकिन, बिहार में कांग्रेस ही बड़ा भाई है।
राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि राजद पर कांग्रेस हावी नहीं हो सकती, हम बड़े भाई हैं और बड़े भाई से कोई बोलता नहीं है। भाई वीरेंद्र के इस दावे पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने पलटवार करते हुए कहा है कि हमें तो जनादेश ने साबित किया बड़ा भाई तो फिर बिहार में कांग्रेस छोटा भाई कैसे हो सकता है?
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के नेतृत्व में ही 2019 में सरकार बननी तय है, आने वाला चुनाव विधानसभा का नहीं लोकसभा का है और एेसे में छोटा भाई-बड़ा भाई की बात करना हास्यास्पद है।
इससे पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली में यूपीए की बैठक के दौरान न सिर्फ क्षेत्रीय दलों की खुलकर मुख़ालफ़त की थी। बल्कि, बिहार में महागठबंधन की स्टीयरिंग थामने का ताल भी ठोक दिया था।
राहुल गांधी के साथ विपक्षी पार्टियों की बैठक में तेजस्वी यादव ने क्षेत्रीय दलों को भी महत्व देने की बात कही थी और कहा था कि जिन राज्यों में महागठबंधन के मजबूत दल का जनाधार है उन्हें हीं निर्णय लेने का अधिकार मिले और उन्हें ही ड्राइविंग सीट पर बिठाया जाना चाहिए।
वहीं, राजद-कांग्रेस के बड़े भाई-छोटे भाई को लेकर तकरार के बीच जदयू नेता खुर्शीद अहमद ने कहा है कि राजद और कांग्रेस को ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांटे का मुकाबला रहा है और कहीं कोई कांग्रेस और राहुल गांधी की लहर नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि बिहार में नीतीश कुमार का फार्मूला चलता है। नीतीश ने बिहार के विकास की नई गाथा लिखी है। जनता उनके सभी काम जानती है।