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राज्‍य में अकाली दल के नाराज टकसाली नेताओं ने नई पार्टी बनाई है तो सुखपाल सिंह खैहरा व डॉ. धर्मवीर गांधी ने नया मोर्चा बनाया है

जाब की राजनीति में नए समीकरण सामने आए हैं । राज्‍य में एक ही दिन दो राजनीतिक दल टूट गए और नए समीकरण बने हैं। शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी से निलंबित चल रहे नेताओं ने औपचारिक रूप से अलग होकर अपनी पार्टी व मोर्चे का एलान कर दिया। बागी आप नेता सुखपाल खैहरा व सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी ने बैंस ब्रदर्स व बसपा के साथ नया मोर्चा बनाया है। उन्‍होंने इसका नाम रखा है पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस।दूसरी ओर, शिरोमणि अकाली दल (बादल) से बागी हुए टकसाली अकालियों ने संक्रांति के अवसर पर अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) का गठन किया।

खैहरा-गांधी, बैंस ब्रदर्स व बसपा ने बनाया पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस

श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करने के बाद वरिष्ठ नेता रंजीत सिह ब्रह्मपुरा को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। ब्रह्मपुरा अभी खडूर साहिब से सांसद हैं। उन्होंने दावा किया कि छह विधायक, 12 एसजीपीसी सदस्यों ने उनका समर्थन किया है।

शिरोमणि अकाली दल टकसाली का गठन, रंजीत ब्रह्मपुरा बने अध्यक्ष

नई पार्टी के एेलान के मौके पर टकसाली अकाली नेता।

वहीं, पटियाला में आम आदमी पार्टी से बागी हुए गुट के विधायक सुखपाल खैहरा, लोक इंसाफ पार्टी के बैंस ब्रदर्स और आप से निष्कासित सांसद धर्मवीर गांधी ने बसपा के साथ मिलकर पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस बनाने की घोषणा की। इस मोर्चे के नेता को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। इस मौके पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रशपाल राजू भी मौजूद थे। 
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बैसाखी तक घोषित होगी शिरोमणि अकाली दल (टकसाली)  की कार्यकारिणी

शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) के राजनीतिक ढांचे, कोर कमेटी, कार्यकारिणी कमेटी, जिला जत्थेदारों के साथ साथ पार्टी के अलग अलग विंगों के पदाधिकारियों की घोषणा 13 अप्रैल (बैसाखी) तक कर दी जाएगी। पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तुत किया। इसका पूर्व सांसद  रत्न सिंह अजनाला और पूर्व विधायक उजागर सिंह ने समर्थन किया। नेताओं ने कहा कि 13 अप्रैल तक पार्टी हर गांव तक अपनी पहुंच स्थापित करने यूनिट स्थापित कर लेगी।

गुरुद्वारों को बादलों से मुक्त कराने समेत कई प्रस्ताव पारित, एसजीपीसी चुनाव लड़ने का ऐलान

– गुरुद्वारों को बादल परिवार व अकाली दल (बादल) से मुक्त करवाने का संकल्प गया।
-बरगाड़ी कांड व श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के दोषियों सहित डेरा सच्चा सौदा के मुखी को माफी दिलवाने वालों के खिलाफ पंजाब सरकार सख्त कानूनी एक्शन ले। 
-पार्टी आगामी एसजीपीसी चुनाव में भी हिस्सा लेगी।  
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ये निर्णय किए गए आैर प्रस्‍ताव हुए प‍ारित 
-नया दल शिरोमणि अकाली दल के 1920 को बनाए गए संविधान के अनुसार ही काम करेगा। 
– पार्टी सेक्युलर व डेमोक्रेटिक होगी। 
-पार्टी एसजीपीसी को सिर्फ धार्मिक और धर्म प्रचार तक सीमित करेगी। राजनीतिक हस्तक्षेप बंद होगा।
-आजाद फैसला ले सकेंगे तख्तों के जत्थेदार। एसजीपीसी के कंट्रोल से बाहर करेंगे।
-गुरुद्वारा के प्रबंधों में ऊंच-नीच व जात-पात खत्म करेगी। हर गांव में एक ही गुरुद्वारा और एक ही शमशान भूमि तय होगी।
-चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी के रूप में स्थायी रूप में लिया जाएगा। पंजाबी बोलने वाले पड़ोसी राज्यों के जिलों को पंजाब में शामिल करवाया जाएगा। 
-सभी धर्म के लोगों को पार्टी में प्रतिनिधित्व मिलेगा। उप मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति से बनाया जाएगा।
-पार्टी एक निशान, एक विधान व एक प्रधान मुद्दे पर चलेगी।

कांग्रेस-भाजपा से दूर रहेंगे: ब्रह्मपुरा 
अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि पार्टी कांग्रेस और भाजपा से राजनीतिक दूरी बनाए रखेगी। हमख्याली विचारधारा वाले राजनीतिक दलों से समझौते के विकल्प खुले रहेंगे। कार्यकारिणी व कोर कमेटी भविष्य में जो भी राजनीतिक फैसले लेगी, उनके अनुसार राजनीतिक व पंथक गतिविधियों में पार्टी पूरी सरगर्मी से हिस्सा लेगी। 
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माघी मेले में रणनीति की घोषणा करेगा पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस, नेता तय नहीं

दूसरी ओर, बठिंडा के तलवंडी साबो स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब से 8 दिसंबर को खैहरा, बैंस ब्रदर्स और सांसद गांधी की ओर से शुरू किया गया इंसाफ मार्च रविवार को पटियाला में संपन्न हुआ। इंसाफ मार्च 180 किलोमीटर की दूरी तय कर यहां पहुंचा था। इस मौके पर खैहरा ने पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस की घोषणा की। 
खैहरा ने कहा कि अगर बेअदबी और बहिबल कलां गोलीकांड के शिकार लोगों को इंसाफ नहीं मिला तो पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस मेला माघी में अपनी रणनीति की घोषणा करेगा। सांसद धर्मवीर गांधी ने कहा केंद्र सरकार राज्यों के अधिकारों का अतिक्रमण कर रही है। जीएसटी के बाद से राज्यों की हालत नगर निगम जैसी हो गई है। राज्यों के लिए स्वतंत्र टैक्स प्रणाली होनी चाहिए।

खैहरा ने कहा कि इस अलायंस का मकसद पंजाब को कैप्टन और बादल के सामंती परिवारों की जकड़ से मुक्त करना है। इन दोनों पार्टियों ने पंजाब को बर्बाद कर दिया है। पंजाब पर ढाई लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। लाखों बेरोजगार युवा नशे के जाल में फंस चुके हैं। 

मोर्चा बनते ही मतभेद: खैहरा बोले, मिलकर लड़ेंगे लोस चुनाव, गांधी ने कहा-अभी तालमेल नहीं

इंसाफ मार्च के मंच से सुखपाल खैहरा ने कहा कि कि 2019 का चुनाव पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस मिलकर लड़ेगा। खैहरा की इस बात पर सांसद धर्मवीर गांधी एकमत नजर नहीं आए। गांधी ने कहा लोकसभा चुनाव को लेकर फिलहाल कोई तालमेल नहीं हुआ है। महागठबंधन होगा और संसदीय चुनावों की सीटों के चयन में अभी बहुत समय बाकी है। पंजाब के अधिकारों के लिए वे इस नए फ्रंट से जुड़े हैं। अधिकारों की लड़ाई में फ्रंट अच्छा काम कर रहा है। 70 साल में यह पहला मौका है जब अधिकारों के लिए इतना बड़ा फ्रंट बनाया गया है।

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