गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य बदर हुए गुजरात पाटीदार आरक्षण आंदोलन के मुख्य संयोजक हार्दिक पटेल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस प्रशासन ने उसकी निगरानी और सख्त कर दी है। शहर के नाकोड़ा नगर क्षेत्र में पूर्व विधायक पुष्करलाल डांगी के घर में रह रहे हार्दिक पर 24 घंटे नजर रखने के लिए अस्थायी पुलिस चौकी एवं कई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी वहां आने-जाने वालों से कड़ाई से पूछताछ कर रहे हैं। इधर, डांगी (पटेल) समाज ने हार्दिक पर लगाए मुकदमे वापस लेने की मांग उठाई है। नवयुवक मंडल की शनिवार को भल्लों का गुड़ा साकरोदा में हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले पुलिस ने हार्दिक सहित तीन जनों को पाबंद किया था। वहीं नाथद्वारा जाते समय नेगडि़या प्लाजा पर टोल टैक्स नहीं देने एवं वहां तैनात कर्मचारियों को डराने-धमकाने के आरोप में हार्दिक सहित अन्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
पटेल समाज के बाबूलाल डांगी, गेहरीलाल डांगी, कालू पटेल की उपस्थिति में हुई बैठक में आरोप लगाया गया कि पुलिस ने हार्दिक के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया है। बैठक में राज्य सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई। टोलियां बनाकर प्रतिदिन हार्दिक से मुलाकात करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में दलीचंद पटेल, चुन्नी लाल डांगी, खेमराज डांगी, मोहन लाल डांगी, पंकज पटेल आदि उपस्थित थे।
यह था मामला
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल 20 जुलाई को जन्मदिन मनाने को नाथद्वारा गए थे। वहां सामाजिक नोहरे में ठहरा एवं लोगों से मुलाकात की। 21 जुलाई को उदयपुर की एक वाटिका में उसके जन्मदिन मनाने के इंतजाम किए गए। इसी दिन हार्दिक सौभागपुरा स्थिति सामाजिक छात्रावास में विद्यार्थियों से मिलने वाला था। इस पर आईजी आनंद श्रीवास्तव ने उसको पाबंद कर हिदायत दी कि वह तयशुदा स्थान पर ही रहे। उसके साथ पूर्व विधायक डांगी व गेहरीलाल डांगी भी पाबंद किया था।