मेरठ। सोमवार को कोतवाली थाना क्षेत्र में घर के बाहर बैठे पिता.पुत्र की धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी गईए जबकि कई लोग घायल हो गए। घटना से गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा कर दिया। सूचना पर एसपी सिटी ओमप्रकाश और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया। परिजनों ने आधा दर्जन लोगों को नामजद किया हैए जिसमें एक महिला भी है। हत्यारों की तलाश में पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश दीए लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़ सका। हालांकि आरोपियों के सरेंडर की अफवाह उड़ती रहीए लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। हमले के घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना का कारण पारिवारिक रंजिश बतायी जा रही हैं। सोमवार सुबह इमलियान में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। 40 वर्षीय शब्बू उर्फ रजा संदूक व कूलर बनाने का कार्य करता था। उसने घर में ही दुकान खोल रखी थीए जबकि परिवार दुकान के ऊपर बने कमरे में रहता है। घटना सुबह 8 बजकर 15 मिनट की है। शब्बू अपने पिता यासीन के साथ दुकान के बाहर बैठा थाए तभी चार बाइकों पर सवार होकर आधा दर्जन लोग आएए जिनमें एक महिला भी बताई जा रही है। सभी ने पिता.पुत्र पर हमला बोल दिया। सभी के हाथों में धारदार हथियार थे। चीख.पुकार सुनकर शब्बू के 18 वर्षीय पुत्र चांद ;18द्ध व आतिफ नीचे आए। हमलावरों ने उन पर भी हमला बोल दिया। हमले में शब्बूए चांदए आतिफ व यासीन बुरी तरह घायल हो गए। हमलावरों के भाग जाने के बाद परिजन घायल चांद को लेकर ग्रीन अस्पताल लेकर पहुंचेए लेकिन उसे आनन्द अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। परिजन चांद को लेकर आनन्द अस्पताल लेकर पहुंचेए जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। शब्बू को जिला अस्पताल ले जाया गयाए चिकित्सकों ने उसको भी मृत घोषित कर दिया गया। हमले में घायल आतिफ व यासीन को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गयाए जहां उनको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।पिता.पुत्र की मौत की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया। कोतवाली इंस्पेक्टर अजय कुमार अग्रवालए नौचंदी इंस्पेक्टर हरशरण शर्माए लिसाड़ी गेट एसओ रवेन्द्र सिंह यादव फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया। एसपी सिटी ओपी सिंह भी घटनास्थल पहुंचे। घायल आतिफ ने बताया कि हमलावर लिसाड़ी गेट क्षेत्र के ऊंचा पीर निवासी शादाबए सरफराजए सरताजए उनकी मां और गोला कुआं निवासी नईम थे। ये सभी चार दिन से हत्या की धमकी दे रहे थे। घटना का कारण पारिवारिक रंजिश बतायी जा रही है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दीए लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़ सका। घटना के बाद हमलावरों के सरेंडर की अफवाह उड़ती रहीए लेकिन इंस्पेक्टर कोतवाली ने इसकी पुष्टि नहीं की।
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