जबलपुर। सालों से जेल की चार दीवारी में कैद 17 बंदियों को इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जेल से आजाद किया गया। 15 अगस्त को जिन 17 बंदियों की रिहाई की गई, उनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल से 15 अगस्त परछूटने वाले सभी बंदी कम से कम 14 साल की सजा पूरी कर चुके हैं। इस क्रम से जेल में कैद सभी बंदियों में खुशी का माहौल है। स्वतंत्रता दिवस पर छुटे हुए रामनाथ पिता छिदामी, भगवानदास पिता लक्ष्मी प्रसाद, अक्कल सिंह पिताअंतराम, बद्री प्रसाद पिता टंटा प्रसाद, राजेश खन्ना पिता शकील, राजू बर्मन पिता कोदूलाल, सूरज पिता रामलाल, दुर्गा प्रसाद पिता गंगाराम, मुन्ना पिताब्रजलाल, अजब पिता सुखराम सिंह, वीरेन्द्र पिता रामदेव, जित्तू उर्फ जितेंद्र पिता मुन्नीलाल, दुर्गा दुबे पिता प्रेमशंकर, वीरेन्द्र पिता लालसिंह, राजाराम पिता सोनेलाल, महिला बंदी- शोभाबाई पति मोरेश्वर, मीना बाईपति सुरेश गुप्ता।
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