भोपाल: मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा अपने ‘वचन पत्र’ में सत्ता में आने पर शासकीय परिसरों में आरएसएस की शाखाएं लगाने पर प्रतिबंध की घोषणा से बीजेपी तिलमिला गई है. इससे इन दोनों दलों के बीच सियासी संग्राम पैदा हो गया है. शनिवार को जारी ‘वचन पत्र’ में कांग्रेस ने कहा था, ”यदि प्रदेश में उनकी सरकार आती है तो, वह शासकीय परिसरों में आरएसएस की शाखाएं लगाने पर प्रतिबंध लगाएंगे तथा शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को शाखाओं में छूट संबंधी आदेश निरस्त करेंगे.”
कांग्रेस मानती है राम को काल्पनिक पात्र- संबित पात्रा
कांग्रेस के इस ‘वचन पत्र’ की आलोचना करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एवं मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो, संघ की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाकर दिखाएं. बीजेपी नेता पात्रा ने कहा, ”कांग्रेस इस बात में विश्वास करती है– ‘मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं लगने देंगे’. ये वही लोग हैं, जो पिछले महीनों तक कहा करते थे कि राम का अस्तित्व नहीं है. भगवान राम काल्पनिक पात्र हैं और इसीलिए वे (कांग्रेसी) अयोध्या में राम मंदिर बनाने का विरोध करते हैं.”
कांग्रेस के नेता आतंकियों के नाम में जी लगाते हैं- पात्रा
उन्होंने कहा, ”कपिल सिब्बल सहित ये वही लोग हैं जो सुप्रीम कोर्ट में वर्ष 2019 से पहले राम मंदिर मामले की सुनवाई करने पर आपत्ति करते हैं.” पात्रा ने कहा, “ऐसा लगता है कि इन दिनों कांग्रेस का एक ही एजेंडा है- मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे.” उन्होंने कहा, ”यह (कांग्रेस अध्यक्ष) मिस्टर राहुल गांधी एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा आरएसएस को नीचा दिखाने का निरंतर प्रयास है.” पात्रा ने कहा, ”(कांग्रेस के दिग्गज नेता) मिस्टर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए. यह वही दिग्विजय सिंह हैं जिन्होंने (भगोड़े विवादित इस्लामिक उपदेशक) मिस्टर ज़ाकिर नाइक को शांति का पुजारी कहा है. दिग्विजय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ओसामाजी कहते हैं.”
उन्होंने याद दिलाते हुए कहा, ”मुंबई में 26/11 को हुए बम धमाकों के बाद उन्होंने (दिग्विजय) कहा था कि यह आरएसएस का षडयंत्र है और यह कह कर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का प्रयास किया. यह वही दिग्विजय हैं, जो आज आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं.” उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी एवं कांग्रेस पार्टी के लिए ‘अर्बन नक्सलवादी’ ही भारत के सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाले संगठन हैं, जबकि पूरी दुनिया में अपने लोकापकारी कार्यों के लिए जाने जाने वाले आरएसएस को कांग्रेस बदनाम कर रही है.”
आरएसएस विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है- प्रभात झा
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में कहा, ”नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक सबने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा लिया था, लेकिन आरएसएस जनता की शाखा का नाम है और उस पर जो प्रतिबंध लगाता है वह मुंह की खाता है. संघ पर जब-जब प्रतिबंध लगा है, संघ का कार्य बढ़ता गया है.” झा ने कहा, ”आरएसएस को कोई रोक नहीं सकता, क्योंकि यह सामाजिक संगठन है. यह विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन हैं. यह धमकी (आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की) भी कांग्रेस को मध्यप्रदेश में ले डूबेगी.”
आरएसएस राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित है- कांग्रेस
इसी बीच, मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे विनाश काले विपरीत बुद्धि कहते हुए कांग्रेस के विनाश की शुरूआत बताया है. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी के ‘वचन पत्र’ में शासकीय परिसरों में आरएसएस की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने की बात को न्यायोचित बताते हुए कहा, ”आरएसएस अपने को सांस्कृतिक संगठन बताती है, जबकि यह एक राजनीतिक विचारधारा एवं एक राजनीतिक दल का जी जान से प्रचार करने में व्यस्त है.”