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दुनिया की 49 धरोहर, जिनकी तबाही की Date जारी कर दी गई है

अब हम दुनिया की उन 49 ऐतिहासिक धरोहरों की बात करेंगे, जिनकी तबाही की Date जारी कर दी गई है. आज हमारे पास जलवायु परिवर्तन को लेकर एक नई रिपोर्ट है. जिसमें ये लिखा है कि भू-मध्य सागर के आसपास बनी दुनिया की 49 ऐतिहासिक धरोहरें, कुछ साल बाद पानी में डूबने लगेंगी. इस रिपोर्ट के हिसाब से इटली का मशहूर शहर वेनिस और पीसा की झुकी हुई मीनार भी समुद्र में पानी का स्तर बढ़ने से डूब जाएगी. ये दुनिया को हर साल 1 हज़ार 36 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने वाली ख़बर है. 

इस रिपोर्ट में जिन 49 जगहों का ज़िक्र है उन्हें UNESCO द्वारा World Heritage Site घोषित किया जा चुका है. इनमें भी सबसे बड़ी तबाही होगी, इटली के सबसे खूबसूरत शहर Venice में. ये शहर वैसे तो पानी पर तैरता हुआ शहर है. लेकिन, अब ये धीरे धीरे पानी में ही डूब जाएगा. अगर वहां पर जलवायु परिवर्तन को लेकर जल्द ही कुछ कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो इस शहर का 97 फीसदी हिस्सा बर्बाद हो जाएगा. और ये शहर क़रीब ढाई मीटर तक पानी के भीतर चला जाएगा. 

इसके अलावा Medieval (मिडीवल) City of Rhodes भी समुद्र की गहराई में डूब सकता है. ये स्टडी Nature Communications नामक Journal में छापी गई है. ठीक इसी तरह, रोम के ऐतिहासिक शहर Aquileia में भी समुद्र का जलस्तर दो दशमलव दो मीटर तक बढ़ जाएगा. जिससे इस शहर का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो जाएगा. इस लिस्ट में और भी नाम हैं. जैसे, स्पेन का Gibraltar, Greece का द्वीप Delos, और Israel का Tel Aviv शहर. ये जगहें भी भविष्य में डूब सकती हैं.

अब एक दिलचस्प बात सुनिए. वर्ष 2000 में World Heritage sites, समुद्र से औसतन एक किलोमीटर की दूरी पर हुआ करते थे. लेकिन अगले 82 वर्षों में ये दूरी सिर्फ 100 मीटर रह जाएगी.वर्ष 2100 तक, इन इलाक़ों में बाढ़ का ख़तरा आज के मुक़ाबले 50 गुना बढ़ जाएगा. जलवायु परिवर्तन की वजह से इन इलाकों में मौसम का भयानक रुप देखने को मिलेगा. और बारिश, तूफान और तेज़ हवाओं के चलने की आशंका क़रीब 3 गुना बढ़ जाएगी. इससे इन Heritage sites को बहुत नुकसान पहुंचेगा.

सबसे बड़ी बात ये है, कि नुकसान सिर्फ ऐतिहासिक धरोहरों को नहीं होगा. बल्कि समुद्र का बढ़ता जलस्तर, दुनिया की जेब पर भी हमला करेगा.ऐसा अनुमान है, कि समुद्र के बढ़ते स्तर की वजह से वर्ष 2100 तक पूरी दुनिया को हर साल 1 हज़ार 36 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा.ये सिर्फ एक Research Study नहीं है. बल्कि भविष्य का अलार्म है. और अगर समय रहते दुनिया के ताकतवर देश नहीं जागे, तो सब सोते रह जाएंगे और पानी सर से ऊपर निकल जाएगा.

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