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माया की हुंकार, उप्र में पूर्ण बहुमत से बनेगी बसपा सरकार

mmmलखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को राजधानी लखनऊ में हुंकार भरते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में बसपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी। इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को चुनावी सर्वे और मीडिया से सावधान रहने की बात भी कही।पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर राजधानी स्थित कांशीराम स्मारक में आयोजित रैली को सम्बोधित करते हुए मायावती ने दावा किया कि इस समय पूरे प्रदेश में बसपा की लहर चल रही है। जनता भाजपा, सपा, कांग्रेस और अन्य दलों से मुंह मोड़ चुकी है और 2007 की तरह इस बार फिर वह बसपा के पक्ष में पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेगी।

रैली में आयी भारी भीड़ से गदगद मायावती ने इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं को सर्वे और मीडिया से सावधान रहने की सलाह दी। कहा कि देश के छोटे-बड़े अखबार, न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियों के मालिक बड़े-बड़े उद्योगपति हैं और उनकी सत्ता के लोगों से गठजोड़ है। ऐसे में बसपा के लोगों को इन सब से सावधान रहने की जरुरत है।

केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा के नेता और मंत्री सेना का श्रेय लूट रहे हैं। सीमा पर जो घटनायें हो रही हैं, भाजपा उसे चुनाव में भुनाने की कोशिश करेगी। हलांकि उन्होंने आतंकियों पर किये गये सर्जिकल अटैक को सही बताया, लेकिन इसे देरी से लिया गया फैसला कहा। माया ने कहा कि यह फैसला भी चुनाव को देखते हुए लिया गया लगता है। उन्होंने चुनाव के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध करवाने की बात भी कही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ में वह लखनऊ में दशहरा मनाने आ रहे हैं। मोदी ने जो चुनावी वादे किए थे, उसे ढ़ाई साल में भी पूरा नहीं किया है। महंगाई कम नहीं हो रही है। मोदी ने काले धन को 100 दिनों में वापस लाकर प्रत्येक परिवार को 15 से 20 लाख देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। माया ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग भी कांग्रेस की तरह काले धन को सफेद करने में लगे हैं। केंद्र सरकार ने जो योजनायें शुरू की है, उसका फायदा उद्योगपतियों को ही मिल रहा है। भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों का शोषण बढ़ा है।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रदेश में लूट, डकैती की घटनाएं बढ़ गई हैं। कानून व्यवस्था का हाल बुरा है। मुजफ्फरनगर, दादरी इसी के परिणाम हैं। गुंडागर्दी चरम पर है। सत्तारुढ़ दल सपा आपस में ही लड़ रही है। इससे प्रदेश का विकास अवरुद्ध है। कहा कि जो पैसा गरीबों के लिए खर्च होना चाहिए था उसे सरकार प्रचार प्रसार के लिए मीडिया में खर्च कर रही है।

माया ने कहा कि सपा दो खेमे में बंट गई है। एक खेमा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का है तो दूसरा उनके चाचा शिवपाल यादव का है। वर्चस्व की इस लड़ाई में अब यादव वोट भी बंट जाएगा।

मायावती ने अपने सम्बोधन के दौरान कांग्रेस को भी जमकर कोसा। कहा कि इस दल ने सबसे अधिक समय तक शासन किया लेकिन किसी का कुछ भी नहीं किया। अपने शासन काल में समाज के सभी वर्गों का शोषण किया। माया ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं, लेकिन अब जनता उसके बहकावे में नहीं आएगी।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बहुत जरुरी है। कहा कि बसपा शासन में सपा सरकार के दौरान जिनका शोषण हुआ है, उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा। हमारी सरकार में गुंडों को जेल भेजा जाएगा। डकैती, लूटमार जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी। सपा के जिन माफियाओं ने जमीन पर कब्जा किया है, हमारी सरकार में उन्हें सजा होगी। सपा के गुंडों से जमीन खाली कराई जाएगी। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला माना जाएगा।
माया ने आरोप लगाया कि सपा और भाजपा में मिलीभगत है। देशभक्ति के नाम पर दोनों पार्टियां दंगा करा सकती हैं। बसपा छोड़कर जाने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों के चले जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ये लोग टिकट के स्वार्थ में पार्टी छोड़कर गये हैं।
मायावती ने कहा कि इस बार सत्ता में आने पर वह स्मारक व संग्रहालय नहीं बनावाएंगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विकास पर पूरा ध्यान देगी। दोबारा सत्ता में आने पर युवाओं को स्मार्ट फोन देने का वादा करने वाली सपा सरकार को जवाब देते हुए मायावती ने कहा कि उनकी सरकार लैपटॉप और स्मार्ट फोन की जगह लोगों की नगद देकर मदद करेंगी।

रैली में आयी भीड़ को देख बसपा सुप्रीमो बेहद खुश नजर आयीं। पार्टी का दावा है कि रैली में दस लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। दरअसल आगरा, आजमगढ़ और इलाहाबाद में रैली करने के बाद बसपा ने कांशीराम की पुण्यतिथि के बहाने इस रैली के माध्यम से राजधानी में शक्ति प्रदर्शन की योजना बनायी थी।

इसमें प्रदेश भर से लोगों को लाने के लिए डेढ़ दर्जन से अधिक रेलगाड़ियों और करीब 225 बसों को बुक किया गया था। रैली में शामिल होने के लिए बसपा के कार्यकर्ता शनिवार से ही राजधानी पहुंचने लगे थे। इसके चलते आज सुबह से ही लखनऊ में चारों तरफ जाम की स्थिति पैदा हो गयी। भीड़ के कारण राजधानी की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराती नजर आयी।

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