लखनऊ। राजधानी लखनऊ के जिस लामार्टिनियर स्कूल मार्टिनपुरवा गांव की जमीन को न सिर्फ कब्जाना चाहता है बल्कि उसकी नजर नगर निगम द्वारा निर्मित सड़क पर भी है। गत दिवस जब लामार्टिनियर के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सड़क पर गेट लगाने की कोशिश की तो गांव के सैकड़ों लोगों ने इसका विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि लामार्टिनियर स्कूल के प्रबंधन की ऊपर तक पहुंच है जिसकी वजह से इन पर कोई कारवाई भी नहीं होती है और ये जो चाहते हैं वह करते हैं। इसकी वजह से गांव वालों का जीना दूभर हो गया है।
गांव के रहने वाले निंटू यादव का कहना है कि स्कूल के लोग आज उस सड़क पर गेट लगाना चाहते थे जिसे नगर निगम ने बनाया था। गेट बनाकर न सिर्फ वे इस सड़क की जमीन भी कब्जाना चाहते है बल्कि इससे गांव वालों का आना जाना भी बंद हो जाता। जिसके बाद हम लोगों ने इसका विरोध किया। इसके बाद यहां पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि यहां पर पहले पार्क था जिसमें गांव वालों के बच्चे खेलते थे। बाद में स्कूल ने इसको भी अपने कब्जे में ले लिया और चारों तरफ से उसको घेर कर बाउंड्रीवाल बना दी। अब स्कूल के बच्चे तो इसमें खेलते हैं लेकिन गांव के बच्चों के लिए खेलने के लिए कोई जगह नहीं है। कई गेट लगाकर गांव वालों का आना जाना बंद करवा दिया है। ऊंची पहुंच होने की वजह से गांव वालों की सुनवाई भी नहीं होती है। वहीं यहां के सुपरवाइजर शैलेंद्र का कहना है कि कूड़े का ढेर सिर्फ इसलिए लगा है क्योंकि यहां पर कूड़ा हटाने वाली जेसीबी को लामार्टिनियर स्कूल के लोग आने नहीं देते। जिससे यहां पर गंदगी का ढेर लग गया है।
पार्षद भी थे अनभिज्ञ –
पार्षद नीरज यादव का कहना है कि मुझे इस बारे में जब जानकारी हुई कि कालेज प्रबंधन नगर निगम की बनाई सड़क पर गेट लगाना चाह रहा था। जिसके बाद गांव वालों ने विरोध किया तो मैने स्कूल प्रबंधन से बात की जिसके बाद वे गेट हटाने के लिए मान गए हंै। उन्होंने बताया कि ये सड़क नगर निगम की बनाई है और गांव भी नगर निगम में ही आता है। गेट के बंद होने से सड़क भी गेट के अंदर हो जाती जिससे लोगों को दिक्कत होती।
वर्जन –
नगर निगम किसी को भी सड़क पर गेट लगाने की अनुमति नहीं देती है। अगर किसी ने ऐसा किया है तो यह गलत है और इस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
अशोक सिंह, जोनल अधिकारी, जोन-1