Thursday , April 25 2024

शक्तिपीठों पर आस्था का रेला, भंडारों में लगी कतारें

शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर प्रयाग के शक्तिपीठों में आस्था का सैलाब दिन भर उमड़ता रहा। मां कल्याणी देवी के धाम में दिन भर पूर्णाहुति चली। शाम को आरती में सूबे के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी, महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी और विधायक नीलम करवरिया ने हाजिरी लगाई। ललिता देवी और अलोपशंकरी देवी के दरबारों में भी पूर्णाहुति के साथ वैदिक मंत्रों की गूंज होती रही। आखिरी दिन दर्शन  के लिए शक्तिपीठों में लंबी कतारें लगी रहीं। 

अलोपीबाग स्थित अलोप शंकरी माता के धाम में सुबह से ही भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। महिलाओं ने मां के पालने का स्पर्श कर मंगल कामना की। जगह-जगह मंदिर परिसर में आहुतियां दी जाती रहीं। इसी तरह ललिता देवी के मंदिर में भी भव्य शृंगार किया गया। भोर में पांच बजे पंचामृत स्नान के बाद पट खुले और भक्तों की कतार लग गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा की देखरेख में भंडारे में बड़ी तदाद में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। सूबे के उड्डयन मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने भी शाम को हाजिरी लगाई। इसी तरह कल्याणी देवी के दरबार में दोपहर दो बजे तक भंडारा और भोग के साथ ही पूर्णाहुति का क्रम चला। पुजारी श्याम जी पाठक की मौजूदगी में आरती हुई।

नयापुरा करेली स्थित सिद्धपीठ मां काली देवी मंदिंर में बृहस्पतिवार को सुबह से देर रात तक मां का दर्शन पाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। दोपहर में महिला मंडल की नीतू देवी व  सुनीता रानी ने तेरा भवन बने निराला हो काली मां…आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा… जैसे अनेक भजनों की प्रस्तुति से भक्तों को बाव-विभोर कर दिया। मां का शाम को बहुरंगी फूलों से शृंगार हुआ । शाम सात बजे महाआरती हुई । माता को भोग लगाकर भक्तों को हलवा का प्रसाद बांटा गया । महिलाओं व पुरूषों ने अलग अलग कतार में लगकर भगवती के भव्य स्वरूप का दर्शन किया। मंदिर के बाहर फूल माला, नारियल चुनरी, प्रसाद बेचने वालों की लंबी कतारें लगी रहीं। मंदिर परिसप में कर्ण, नाक छेदन व मुडंन का सिलसिला चलता रहा। मंदिर प्रबंधक हनुमत प्रसाद पंडा, प्रधान सेवक सुशील कुमार  पंडा, सुमित श्रीवास्तव, मुकेश साहू, डॉ अमित आनंद, रंजीत कुमार, संजय पंडा, सत्यम,  पंकज शर्मा, ज्योति सहित अन्य लोगों ने व्यवस्था देखी ।

शारदीय नवरात्रि की महानवमी को पूजा पंडालों, मठों, मंदिरों से लेकर कलश स्थापन करने वाले व्रतियों के घरों तक कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे गए। सविधि कन्या पूजन के बाद आरती उतारी गई। तरह-तरह के पकवान परोसे गए और फिर उपहार देकर उन्हें विदा किया गया। कल्याणी देवी मंदिर में कन्या पूजन के लिए भीड़ लगी रही। सुबह सात बजे से ही कन्याओं के पांव पखारने और उन्हें तरह-तरह के भोग अर्पित करने का सिलसिला आरंभ हो गया। घर-घर में कन्या पूजन का सिलसिला चला। नौ दुर्गा के रूपों में नौ-नौ कन्याओं की पूजा-आरती की गई। दुर्गा पूजा एवं समाजसेवा समिति भृगु मार्ग छोटा बघाड़ा के पूजा पंडाल में बृहस्पतिवार को कन्या पूजन किया गया। अध्यक्ष सुभाष तिवारी की देखरेख में आरती, पूजन, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम हुए।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com