“लखनऊ जलकल विभाग में 20 करोड़ के घोटाले का खुलासा। 2015-2023 के दौरान हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू। नगर विकास विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई।”
लखनऊ। लखनऊ जलकल विभाग में पिछले 7 वर्षों के दौरान करीब 20 करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
ऑडिट रिपोर्ट का खुलासा:
ऑडिट रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि ठेकेदारों को अनुचित तरीके से अधिक भुगतान किया गया। इस दौरान 2015-16 से 2022-23 तक जलकल विभाग के खर्चों की जांच में बड़ी वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं।
संदिग्ध इंजीनियरों की भूमिका:
रिपोर्ट में 20 से अधिक इंजीनियरों की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। वित्तीय लेन-देन और प्रोजेक्ट अनुमोदन में इनकी मिलीभगत के संकेत मिले हैं।
नगर विकास विभाग को जांच की जिम्मेदारी:
मुख्यमंत्री के आदेश पर नगर विकास विभाग को इस मामले की जांच सौंपी गई है। विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि दोषियों को जल्द से जल्द दंडित किया जाए।
योगी सरकार की सख्ती:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। घोटाले में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल