रियो डी जेनेरियो। अपने आखिरी ओलंपिक में पदक नहीं जीत पाने से निराश भारतीय स्टार निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहना भी कोई कम उपलब्धि नहीं है। यह एक बहुत बड़ा आयोजन है। आप कितनी भी बार ओलंपिक में हिस्सा ले सकते हैं लेकिन हर बार आपको नये दबाव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस बार पदक उनकी किस्मत में नहीं था। बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने के बाद कहा कि किसी न किसी को तो चौथे स्थान पर आना ही था और इस बार वह चौथा खिलाड़ी मैं था।
उन्होंने कहा कि मैं ओलंपिक से संन्यास लेने की घोषणा कर चुका हूं और मैं इसकी समाप्ति स्वर्ण से करना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पदक इस बार मेरी किस्मत में नहीं था लेकिन फिर भी मुझे अपनी उपलब्धि पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि मैं देश के नाम पदक नहीं जीत सका लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। आप अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और फिर आपको उम्मीद के साथ इंतजार करना होता है। बिंद्रा के टीम साथी गगन नारंग ने कहा, मैं भी अभिनव को पोडियम पर देखना चाहता था क्योंकि यह उनका आखिरी ओलंपिक था। मुझे बेहद खुशी होती यदि वह पदक जीतते। हालांकि नारंग ने अपने प्रदर्शन के बारे में कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने कहा, मेरे अभी दो इवेंट बाकी हैं और मैं उनके बाद ही अपने प्रदर्शन पर बात करूंगा।
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