लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने विधानसभा समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि ये समितियां संवैधानिक व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा हैं। 18वीं विधानसभा में इनकी भूमिका और भी बढ़ गई है, जिससे विधायकों की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।
- संवैधानिक महत्व: महाना ने कहा कि चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचना एक कठिन प्रक्रिया है, और समितियों के माध्यम से विधायकों को बेहतर कार्य करने का अवसर मिलता है।
- जन जागरूकता: उन्होंने विधायकों से आग्रह किया कि वे लोगों को विधानसभा के कार्यों से अवगत कराएं ताकि जनसेवा और विकास कार्यों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके।
- विधायिका का महत्व: महाना ने बताया कि विधानसभा का भवन आकर्षक बनने के बाद लोग इसके महत्व को समझने लगे हैं, लेकिन अब भी कई लोग इसकी कार्यप्रणाली से अज्ञात हैं।
- लोकतांत्रिक प्रक्रिया: उन्होंने स्पष्ट किया कि समितियों का कार्य केवल विधायकों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण है।
- सकारात्मक बदलाव: महाना ने सुझाव दिया कि विधायक अपने क्षेत्रों के लोगों को विधानसभा में लाएं ताकि उन्हें विधायिका के कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव हो सके।
इस बैठक में याचिका समिति के सदस्य श्री अमिताभ बाजपेयी ने भी अध्यक्ष महाना की विकास दृष्टि की सराहना की और कहा कि उनका नेतृत्व विधानसभा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
इस प्रकार, विधानसभा अध्यक्ष ने समितियों की भूमिका को बढ़ावा देने के साथ-साथ जन जागरूकता को भी प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।