बहराइच : उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में एक युवक की मौत के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। इस घटनाक्रम ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार से बातचीत की और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश तथा अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार को तत्काल बहराइच भेजा।
बहराइच में हिंसा की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन के लिए स्थिति को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। इसको देखते हुए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। सीएम योगी ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त फोर्स भेजने के निर्देश दिए। इसके अंतर्गत पीएसी के 5 कमांडेंट, 2 एडिशनल एसपी, 4 डिप्टी एसपी, 6 कंपनियों की PAC और गोरखपुर से आरएएफ की एक कंपनी बहराइच भेजी गई है।
बहराइच पहुंचने के बाद, एडीजी अमिताभ यश ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने अपने हाथ में पिस्टल लेकर स्थिति का जायजा लिया और हिंसा कर रहे लोगों के बीच उतरे। उनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह उपद्रव कर रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं। वीडियो में एसटीएफ चीफ कह रहे हैं “मारो,दौड़ों सालों को”।
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अमिताभ यश ने स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था को बहाल करने की कोशिश की। उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का संकल्प लिया।
बहराइच में हो रही हिंसा ने स्थानीय प्रशासन और सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रस्तुत की है। एडीजी अमिताभ यश की सक्रियता और उनकी नेतृत्व क्षमता ने यह दर्शाया है कि प्रशासन कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए गंभीर है। स्थिति को नियंत्रित करने और नागरिकों के बीच विश्वास स्थापित करने के लिए यह आवश्यक है कि सभी सुरक्षा बल एकजुट होकर कार्य करें।