मुरादाबाद। मुरादाबाद के बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार ने शनिवार को विभाग में मिड-डे मील के फर्जी बिलों के आधार पर भुगतान करने की शिकायत के मामले में जांच समिति में बदलाव कर दिया है। अब ठाकुरद्वारा और ग्रामीण ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी जांच करेंगे।
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बंगला गांव निवासी राजकुमार वाल्मीकि ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री, महानिदेशक शिक्षा विभाग लखनऊ व अन्य अधिकारियों से 13 विद्यालयों में मिड-डे मील के फर्जी भुगतान की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि माह अक्टूबर 2023 में छमाही परीक्षा और फरवरी-मार्च 2024 में वार्षिक परीक्षा के बाद संबंधित स्कूलों में बच्चों का दस से 15 दिन का अवकाश घोषित किया था।
विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा के दौरान भी कक्षा छह से आठ तक के बच्चों का अवकाश रहा। करीब 50 दिन बच्चों को मिड-डे मील का वितरण नहीं किया गया, जबकि लाखों रुपये के फर्जी बिलों का भुगतान करवा दिया गया।
अपर निदेशक बेसिक बुद्धप्रिय सिंह के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दो सदस्यीय जांच समिति बनाई थी। इसमें खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय राजेश चतुर्वेदी और जिला समन्वयक एमडीएम अखिलेश सागर को शामिल किया गया था। जांच समिति पर सवाल उठने के बाद बेसिक विमलेश कुमार का कहना है कि समिति में बदलाव कर दिया गया है। अब खंड शिक्षा अधिकारी ठाकुरद्वारा वीगेश गोयल और खंड शिक्षा अधिकारी ग्रामीण शिवम गुप्ता मामले की जांच करेंगे।
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