“उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2024 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 59 लाख से अधिक मामलों का निस्तारण किया गया। इसमें 52 लाख से अधिक प्री-लिटिगेशन व 7 लाख से अधिक लंबित वादों का समाधान हुआ। यह आयोजन उच्चतम न्यायालय और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन में हुआ।”
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2024 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 59 लाख से अधिक मामलों का निस्तारण हुआ। इस आयोजन में माननीय न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय, और माननीय न्यायमूर्ति अरुण भंसाली, मुख्य न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की मार्गदर्शन में प्रदेशभर में वादों का समाधान किया गया।
उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (UPSLSA) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सायं 5:45 बजे तक कुल 59,29,805 मामलों का निस्तारण हुआ, जिसमें 52,25,359 प्री-लिटिगेशन वाद और 7,04,446 लंबित वाद शामिल हैं। यह निस्तारण प्रदेश के विभिन्न जिलों में किया गया।
यह आयोजन उत्तर प्रदेश शासन द्वारा उच्चतम प्राथमिकता से किया गया था, जिसमें पुलिस आयुक्तों, जिलाधिकारियों और शासकीय अधिवक्ताओं को अधिकतम वादों के निस्तारण के लिए निर्देश दिए गए थे।
माननीय न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता के कुशल निर्देशन में यह आयोजन न्यायिक प्रणाली की सक्रियता और प्रभावी कार्यवाही को प्रदर्शित करता है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल