“भारतीय डाक ने अपनी बुक पोस्ट सेवा बंद कर दी है, जिससे सस्ती शिपिंग की सुविधा खत्म हो गई। यह सेवा पुस्तक प्रेमियों और उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है।”
नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग ने अपनी प्रसिद्ध बुक पोस्ट सेवा को अचानक बंद कर दिया है। यह सेवा किताब प्रेमियों और प्रकाशन उद्योग के लिए सस्ती और सुविधाजनक विकल्प थी। बुक पोस्ट सेवा के तहत 5 किलो तक की किताबें केवल 80 रुपये में भेजी जा सकती थीं।
चुपचाप हुआ बदलाव:
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सेवा को बिना किसी आधिकारिक घोषणा के बंद कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, डाक विभाग के सॉफ़्टवेयर से बुक पोस्ट का विकल्प हटा दिया गया है।
प्रभाव:
इस सेवा के बंद होने से पुस्तक उद्योग और छात्रों पर सीधा असर पड़ेगा। बुक पोस्ट सेवा का उपयोग विशेष रूप से सस्ती दरों पर किताबें भेजने के लिए किया जाता था। अब इस सेवा के बंद होने से प्रकाशकों और पाठकों को अधिक खर्च उठाना पड़ेगा।
क्या थी खासियत?
बुक पोस्ट सेवा के तहत:
- सस्ती दरों पर किताबें भेजने की सुविधा थी।
- अन्य कूरियर सेवाओं की तुलना में यह काफी किफायती थी।
- सरकारी सेवा होने के कारण इसकी पहुंच ग्रामीण क्षेत्रों तक थी।
- यह सेवा खासतौर पर छोटे प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के लिए महत्वपूर्ण थी।
औपचारिक प्रतिक्रिया:
इस फैसले पर इंडिया पोस्ट की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस कदम ने पुस्तक उद्योग और पाठकों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल