मिर्जापुर के विभिन्न पशु आश्रय स्थलों का निरीक्षण पशु चिकित्साधिकारी कमलेश कुमार ने किया। निरीक्षण में उन्होंने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए, जिनमें पेयजल की व्यवस्था, सफाई और पशुओं की देखभाल शामिल है।
हलिया (मिर्जापुर): रविवार को पशु चिकित्साधिकारी कमलेश कुमार ने मिर्जापुर जिले के विभिन्न पशु आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई सुधारात्मक दिशा-निर्देश दिए। पहले उन्होंने ग्राम पंचायत गौरवा में स्थित पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया, जहां कुल 351 पशु रखे गए हैं। यहां पशुओं को खिलाने के लिए सौ कुंतल भूसा और दस कुंतल पशुहार रखा गया है। ठंड से बचाव के लिए तिरपाल और अलाव की व्यवस्था की गई है। हालांकि, पशुओं को पानी की सुविधा के लिए लगाए गए सोलर पैनल से संचालित सबमरसिबल पंप ठंड और कोहरे के कारण ठीक से काम नहीं कर रहे थे। इस पर पशु चिकित्साधिकारी ने नया बोर कराकर जनरेटर से पेयजल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
इसके बाद, कमलेश कुमार ने उमरिया स्थित स्थाई पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया, जहां कुल 390 पशु रखे गए थे। यहां भी 290 कुंतल भूसा और दस कुंतल पशुहार की व्यवस्था थी, लेकिन आश्रय स्थल पर सफाई की कमी पाई गई। उन्होंने साफ-सफाई में सुधार के निर्देश दिए। इसके बाद बरया स्थित पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया, जहां 355 पशु रखे गए थे और यहां भी सभी व्यवस्थाएं ठीक थीं।
अंत में, उन्होंने हथेड़ा गांव के जिला पंचायत द्वारा संचालित पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया, जहां कुल 70 पशु रखे गए थे। यहां बिजली विभाग ने आश्रय स्थल का कनेक्शन काट दिया था, जिस पर उपजिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को कनेक्शन फिर से जोड़ने का निर्देश दिया।
पशु चिकित्साधिकारी ने कहा कि सभी निरीक्षणों में आवश्यक सुधार किए जाएंगे ताकि पशुओं की देखभाल बेहतर तरीके से हो सके और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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