हमीरपुर। मौदहा कस्बे में सियार द्वारा दो बच्चियों को घायल कर देने की खबर का संज्ञान लेते हुए शनिवार को क्षेत्रीय वनाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल के बाद बताया कि उक्त बच्चे सियार से नहीं बल्कि लोमड़ी के द्वारा घायल हुए हैं। उन्होंने कहां कि लोमड़ी से जान का खतरा नहीं है फिर भी सावधानी के तहत छोटे बच्चों को अकेला न छोड़े।
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माैदहा कस्बे के वार्ड 17 हैदरगंज में सियार द्वारा दो बच्चियों को घायल करने की सूचना मिली थी। जिस पर प्रभागीय वनाधिकारी एके श्रीवास्तव ने क्षेत्रीय वनाधिकारी को मौके पर भेजकर जांच पड़ताल की गयी। उन्हाेंने बताया कि एक जानवर द्वारा शाजिया परवीन पुत्री जलील अहमद निवासी वार्ड 17 हैदरगंज नल से पानी भरने गयी थी, तभी झाड़ियों से निकलकर किसी जानवर ने दाहिने पैर मे नीचे काट लिया था। दूसरी बच्ची जो अपनी मां के साथ बैठी हुयी थी, उसको पीछे से पकड़कर झपट्टा मारा, जिसमें पीठ के निचले हिस्से में दांत के निशान पाये जाने पर उनका इलाज सीएचसी मौदहा में कराया गया। अब दोनों बच्ची स्वस्थ हैं। जांच के दौरान जानवरों की पहचान कराने पर लोमड़ी की पुष्टि की गयी है। सावधानी के तौर पर लोगों से अपील की गयी है कि अपने छोटे बच्चों को अकेला न छोड़े। लोमड़ी से जान का खतरा नहीं है, लेकिन इन्सानों को अचानक देखकर हमला कर देती है। इस तरह से क्षेत्र में सियार होने से मचे हड़कंप को विराम देते हुये प्रभागीय वनाधिकारी ने उक्त मामले से मुख्य वन संरक्षक झांसी, वन संरक्षक बांदा को अवगत कराया है।
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