रायबरेली: लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने रायबरेली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में स्टाफ और संसाधनों की कमी का मुद्दा संसद में जोरशोर से उठाया।
उन्होंने पूछा कि एम्स में स्टाफ की कमी को दूर करने और संस्थान को बेहतर बनाने के लिए अब तक क्या कदम उठाए गए हैं।
राहुल गांधी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा था, जिसमें एम्स में स्टाफ और संसाधनों की कमी को लेकर चिंता जताई गई थी।
प्रतापराव जाधव ने दिए आंकड़े
राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने संसद में कहा कि रायबरेली एम्स में कुल 201 स्वीकृत पदों में से 106 पद भरे जा चुके हैं। वहीं, 1425 स्वीकृत पदों में से 905 पदों को भर लिया गया है।
आवास निर्माण के लिए 97.61 करोड़ स्वीकृत
एम्स के कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए बेहतर सुविधाओं की दिशा में कदम उठाते हुए 140 आवासों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। इसके लिए 97.61 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।
रायबरेली एम्स की स्थिति
मुंशीगंज स्थित रायबरेली एम्स में स्टाफ और संसाधनों की कमी लंबे समय से चर्चा का विषय रही है। हालांकि, सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस दिशा में काम जारी है।
राहुल गांधी के इस मुद्दे को उठाने से उम्मीद की जा रही है कि रायबरेली एम्स की स्थिति में सुधार होगा और आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।