रायबरेली में फर्जी जन्मप्रमाण पत्र के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिले में कुल 52,594 फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें जल्द ही निरस्त किया जाएगा। यह जानकारी जिलाधिकारी (DM) द्वारा महानिदेशक को भेजी गई रिपोर्ट के माध्यम से सामने आई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन प्रमाणपत्रों को विजय यादव नामक एक आरोपी की आईडी से अवैध तरीके से जारी किया गया था। संबंधित जांच में यह पाया गया कि आईडी का दुरुपयोग कर जनसेवा पोर्टल के माध्यम से बड़ी संख्या में जाली प्रमाणपत्र बनाए गए थे। शासन स्तर से आदेश जारी होते ही इन प्रमाणपत्रों को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा था, लेकिन डिजिटल निगरानी और प्रशासन की सतर्कता के कारण इसकी परतें खुलनी शुरू हुईं। अब इस मामले में प्रशासन ने गंभीर रुख अपनाते हुए सभी प्रमाणपत्रों की जांच कर उन्हें सूचीबद्ध किया है।
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रायबरेली DM कार्यालय की तरफ से भेजी गई इस रिपोर्ट के आधार पर सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया गया है। शासन का निर्देश है कि भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी रोकने के लिए तकनीकी स्तर पर और कड़े उपाय किए जाएं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं प्रशासनिक व्यवस्था की पारदर्शिता और नागरिक भरोसे पर चोट करती हैं। इसलिए ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई जरूरी है। संबंधित आरोपी के खिलाफ भी विधिक कार्यवाही की प्रक्रिया चल रही है।
अब देखना होगा कि शासन इन प्रमाणपत्रों को निरस्त करने के साथ-साथ इस पूरे नेटवर्क के पीछे छिपे अन्य दोषियों तक कब और कैसे पहुंचता है।