धार्मिक स्थलों की प्रबंधन व्यवस्था Archives - Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper https://vishwavarta.com/tag/धार्मिक-स्थलों-की-प्रबंध National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal Sat, 16 Nov 2024 16:29:50 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://vishwavarta.com/wp-content/uploads/2023/08/Vishwavarta-Logo-150x150.png धार्मिक स्थलों की प्रबंधन व्यवस्था Archives - Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper https://vishwavarta.com/tag/धार्मिक-स्थलों-की-प्रबंध 32 32 केंद्र सरकार जल्द ही बना सकती है ‘सनातन बोर्ड’, मंदिरों के रखरखाव और इंतजाम के लिए प्रस्तावित कदम” https://vishwavarta.com/central-government-may-soon-form-sanatan-board/111992 Sat, 16 Nov 2024 11:35:48 +0000 https://vishwavarta.com/?p=111992 “केंद्र सरकार जल्द ही ‘सनातन बोर्ड’ के गठन पर विचार कर रही है, जिसका उद्देश्य मंदिरों के रखरखाव और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना है। जानिए इस महत्वपूर्ण कदम की पूरी जानकारी।” रिपोर्ट: मनोज शुक्ल केंद्र सरकार बहुत जल्द एक बड़ा कदम उठा सकती है, जिसके तहत ‘सनातन बोर्ड’ का गठन किया जाएगा। इस बोर्ड का उद्देश्य देशभर …

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“केंद्र सरकार जल्द ही ‘सनातन बोर्ड’ के गठन पर विचार कर रही है, जिसका उद्देश्य मंदिरों के रखरखाव और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना है। जानिए इस महत्वपूर्ण कदम की पूरी जानकारी।”

केंद्र सरकार बहुत जल्द एक बड़ा कदम उठा सकती है, जिसके तहत ‘सनातन बोर्ड’ का गठन किया जाएगा। इस बोर्ड का उद्देश्य देशभर में स्थित मंदिरों के रखरखाव, उनकी व्यवस्थाओं, और धार्मिक कार्यक्रमों के संचालन में सुधार करना है।

सनातन धर्म की रक्षा के लिए एक बोर्ड के गठन को लेकर कई प्रमुख नेताओं और धार्मिक व्यक्तियों ने अपनी राय दी है। बृजभूषण शरण सिंह, भाजपा नेता, ने कहा कि सनातन धर्म के अनुयायियों की रक्षा के लिए यह बोर्ड आवश्यक है, ताकि धर्म के खिलाफ असंवेदनशीलता को रोका जा सके।

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी 16 नवंबर को दिल्ली में आयोजित धर्म संसद में सनातन बोर्ड की मांग की। ठाकुर का कहना था कि इस “बोर्ड का गठन सनातन धर्म और उसके अनुयायियों के सम्मान की सुरक्षा के लिए जरूरी है।” उन्होंने आरोप लगाया कि “वक्फ बोर्ड ने देश के प्राचीन मंदिरों और संपत्तियों पर कब्जा कर लिया है, और अब इस तरह के बोर्ड को सनातन धर्म के अनुयायियों के पूजा स्थल और पद्धतियों पर प्रभाव डालने का प्रयास करना चाहिए।”

इसके अलावा, पवन कल्याण, आंध्र प्रदेश के नेता, ने भी सनातन धर्म रक्षिणा बोर्ड के गठन का समर्थन किया है, खासकर तब जब मंदिरों और पूजा तरीकों को लेकर विवाद उत्पन्न हो रहे हैं।

इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि कई राजनेता और धार्मिक नेता सनातन धर्म की रक्षा के लिए एक बोर्ड के गठन को जरूरी मानते हैं, ताकि इसके अनुयायियों के अधिकारों की रक्षा की जा सके और धर्म से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सके।

इस बोर्ड के गठन को लेकर सरकार ने गहन विचार-विमर्श शुरू कर दिया है, और इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक पहल माना जा रहा है।

( फाइल फोटो )

केंद्र सरकार का उद्देश्य देशभर के मंदिरों में बेहतर प्रबंधन और रखरखाव सुनिश्चित करना है, खासकर उन मंदिरों में जहां भीड़-भाड़ और श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक है। यह बोर्ड मंदिरों की वित्तीय और प्रशासनिक गतिविधियों का निगरानी रखेगा, ताकि मंदिरों का संचालन सुव्यवस्थित हो सके।

सरकार के सूत्रों के अनुसार, यह कदम मंदिरों के पुनर्निर्माण, धार्मिक गतिविधियों के आयोजन, और अन्य व्यवस्थाओं में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया जाएगा। इसके माध्यम से हर मंदिर को एक मानक प्रणाली के तहत चलाने की योजना है।

भीड़ से भरे मंदिर के दृश्य

केंद्र सरकार ने इस कदम पर गहन विचार-विमर्श किया है और इसे धार्मिक मामलों के विशेषज्ञों से भी सलाह लेने के बाद आगे बढ़ाया है। माना जा रहा है कि जल्द ही बोर्ड का स्वरूप और उसके कामकाजी ढांचे को अंतिम रूप दिया जाएगा।

इसमें धार्मिक कार्यों के संगठन से लेकर मंदिरों के दिन-प्रतिदिन के संचालन तक सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा।

चारों मठों के शंकराचार्य ( फाइल फोटो )

‘सनातन बोर्ड’ के गठन के बाद, इसका प्रमुख उद्देश्य मंदिरों के संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करना होगा। बोर्ड के सदस्य मंदिरों के प्रशासन को व्यवस्थित करने के लिए दिशा-निर्देश देंगे और धार्मिक स्थल के प्रशासन में आ रही किसी भी समस्या का समाधान करेंगे। इसमें राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने की योजना है, ताकि सभी मंदिरों का एक समान विकास हो सके।

मंदिर में पूजा अर्चना का चित्र

केंद्र सरकार का यह कदम धार्मिक स्थलों के प्रबंधन को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। कई मंदिरों में प्रबंधन की समस्याएं और प्रशासनिक मुद्दे लंबे समय से चले आ रहे हैं, जिन्हें अब सुलझाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसके साथ ही, सनातन बोर्ड धार्मिक स्थलों की समृद्धि को सुनिश्चित करने और उन्हें एक नए ढंग से संचालित करने में भी मदद करेगा।

ऐतिहासिक मंदिरों की खूबसूरत तस्वीरें

केंद्र सरकार की ओर से सनातन बोर्ड के गठन की यह योजना भारतीय धार्मिक परंपराओं और मंदिरों की समृद्धि को बनाए रखने के लिए एक ठोस कदम हो सकता है। यदि यह योजना सफल होती है, तो यह देशभर में मंदिरों के बेहतर रखरखाव और संचालन का मार्ग प्रशस्त करेगा। आगामी दिनों में सरकार इसके बारे में और अधिक जानकारी साझा कर सकती है।

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