राजस्थान बोरवेल हादसा Archives - Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper https://vishwavarta.com/tag/राजस्थान-बोरवेल-हादसा National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal Wed, 01 Jan 2025 16:46:48 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://vishwavarta.com/wp-content/uploads/2023/08/Vishwavarta-Logo-150x150.png राजस्थान बोरवेल हादसा Archives - Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper https://vishwavarta.com/tag/राजस्थान-बोरवेल-हादसा 32 32 बोरवेल में फंसी तीन वर्षीय “चेतना” जिंदगी की जंग हार गई https://vishwavarta.com/three-year-old-chetna-trapped-in-borewell-lost-the-battle-of-life/117035 Wed, 01 Jan 2025 15:41:31 +0000 https://vishwavarta.com/?p=117035 “राजस्थान के कोटपूतली में 10 दिनों तक बोरवेल में फंसी तीन साल की चेतना जिंदगी की जंग हार गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। जानिए पूरी खबर।” राजस्थान, अलवर (कोटपूतली): राजस्थान के कोटपूतली इलाके में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना को दस दिनों के लंबे और कठिन बचाव अभियान के बाद …

The post बोरवेल में फंसी तीन वर्षीय “चेतना” जिंदगी की जंग हार गई appeared first on Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper.

]]>
“राजस्थान के कोटपूतली में 10 दिनों तक बोरवेल में फंसी तीन साल की चेतना जिंदगी की जंग हार गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। जानिए पूरी खबर।”

राजस्थान, अलवर (कोटपूतली): राजस्थान के कोटपूतली इलाके में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना को दस दिनों के लंबे और कठिन बचाव अभियान के बाद आखिरकार बाहर निकाला गया। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह हृदयविदारक घटना पूरे देश को झकझोर गई है।

22 दिसंबर 2024 को चेतना अपने घर के पास खेलते हुए 170 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और सेना के जवानों ने मिलकर चेतना को बचाने के लिए दिन-रात मेहनत की।

बचाव कार्य में भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बोरवेल की गहराई, संकरी जगह और जमीन की कठोरता के कारण चेतना तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया। अभियान को तेज़ करने के लिए भारी मशीनरी और आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया। लेकिन चेतना को सुरक्षित बाहर निकालने में देरी हो गई।

बचाव दल द्वारा चेतना को बाहर लाने के तुरंत बाद अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी, बोरवेल में लंबे समय तक फंसे रहने और शरीर पर चोटों के कारण उसकी मौत हो गई।

चेतना के माता-पिता इस घटना से गहरे सदमे में हैं। गांव में मातम छाया हुआ है। देशभर में लोगों ने इस हादसे पर गहरा दुःख और गुस्सा व्यक्त किया है।

इस घटना ने एक बार फिर खुले बोरवेल की समस्या और सुरक्षा नियमों की अनदेखी को उजागर किया है। हर साल इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन इनके स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग अब और तेज़ हो गई है।

स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

The post बोरवेल में फंसी तीन वर्षीय “चेतना” जिंदगी की जंग हार गई appeared first on Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper.

]]>