“राजस्थान के कोटपूतली में 10 दिनों तक बोरवेल में फंसी तीन साल की चेतना जिंदगी की जंग हार गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। जानिए पूरी खबर।”
राजस्थान, अलवर (कोटपूतली): राजस्थान के कोटपूतली इलाके में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना को दस दिनों के लंबे और कठिन बचाव अभियान के बाद आखिरकार बाहर निकाला गया। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह हृदयविदारक घटना पूरे देश को झकझोर गई है।
घटना का पूरा विवरण:
22 दिसंबर 2024 को चेतना अपने घर के पास खेलते हुए 170 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और सेना के जवानों ने मिलकर चेतना को बचाने के लिए दिन-रात मेहनत की।
बचाव अभियान की चुनौतियां:
बचाव कार्य में भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बोरवेल की गहराई, संकरी जगह और जमीन की कठोरता के कारण चेतना तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया। अभियान को तेज़ करने के लिए भारी मशीनरी और आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया। लेकिन चेतना को सुरक्षित बाहर निकालने में देरी हो गई।
डॉक्टरों की रिपोर्ट:
बचाव दल द्वारा चेतना को बाहर लाने के तुरंत बाद अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी, बोरवेल में लंबे समय तक फंसे रहने और शरीर पर चोटों के कारण उसकी मौत हो गई।
परिवार और देश का शोक:
चेतना के माता-पिता इस घटना से गहरे सदमे में हैं। गांव में मातम छाया हुआ है। देशभर में लोगों ने इस हादसे पर गहरा दुःख और गुस्सा व्यक्त किया है।
खुले बोरवेल पर सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर खुले बोरवेल की समस्या और सुरक्षा नियमों की अनदेखी को उजागर किया है। हर साल इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन इनके स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग अब और तेज़ हो गई है।
प्रशासन का बयान:
स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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