हिबलकलां गोलीकांड मामले में पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने मोगा के पूर्व SSP चरणजीत शर्मा से फरीदकोट कैंप ऑफिस में छह घंटे पूछताछ की। उनसे 60 सवाल किए गए। SIT के IG कुंवर विजय प्रताप सिंह ने उनसे पूछा, ‘जनाब, हमें न किसी निर्दोष को फंसाना है, न ही किसी दोषी को बचाना है। कानून के मुताबिक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। आप एक बात समझ लो कि कानून से ऊपर कोई भी नहीं है। इसलिए शर्मा जी, सीधा सवाल है कि बहिबलकलां में गोली किस के हुक्म पर चली और किसने चलाई? इस सवाल का जवाब आपके पास जरूर होगा, क्योंकि मौके पर आप तैनात थे।’
उनके जवाब पर DGP प्रबोध कुमार और IG कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कोई भी टिप्पणी करने से साफ इन्कार कर दिया। कुंवर विजय प्रताप सिंह ने सिर्फ इतना कहा, ‘चरणजीत शर्मा से संयुक्त पूछताछ की गई। पूछताछ बढ़िया माहौल में हुई है। हमें पूरी उम्मीद है कि शर्मा सारी सच्चाई पर रोशनी डालेंगे।’ IG अरुणपाल सिंह, SSP कपूरथला सतिंदरपाल सिंह व कमांडेट भूपिंदर सिंह भी शामिल हुए।
SIT के सभी सवाल गोली चलाने के आदेश पर केंद्रित रहे। शर्मा ने पहले दिन SIT सदस्यों को संतोषजनक जवाब नहीं दिए। उनसे पूछा गया कि फोर्स क्यों मंगवाई थी? इतनी फोर्स किसके आदेश पर इकट्ठी की गई थी? इस पर चरणजीत शर्मा ने गोलमोल जवाब दिए। उन्होंने कहा कि मुझे मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया था। कुछ सवालों के जवाब में उन्होंने तत्कालीन IG परमराज उमरानंगल की तरफ भी इशारों-इशारों में संकेत किया, लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं बताया।
ये प्रमुख सवाल पूछे गए
- बहिबलकलां में धरने पर बैठे लोगों पर गोली चलाने के आदेश किसने दिए?
- गोली किसने और किसके आदेश पर चलाई?
- क्या तत्कालीन DGP सुमेध सिंह सैनी के आदेश पर गोली चलाई गई?
- क्या गोली IG परमराज सिंह उमरानंगल के कहने पर चली थी?
- धरना के रहे प्रदर्शनकारियों पर सुबह-सुबह आंसू गैस और पानी की बौछारें किस के कहने पर छोड़ीं गईं?
- क्या आप तत्कालीन DGP सैनी के साथ लगातार संपर्क में थे?
- क्या आपने तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल या उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के कहने पर प्रदर्शनकारियों पर एक्शन किया?
- जिस मौके पर गोली चलाई गई उस समय आप कहाँ थी?
- अन्य जिलों से फोर्स क्यों मंगवाई थी? इतनी फोर्स किसके आदेश पर इकट्ठी की गई थी?
डेरा प्रमुख, पूर्व DGP सैनी और तत्कालीन IG उमरानंगल से होगी पूछताछ
कोटकपूरा फायरिंग और बहिबलकलां गोलीकांड के मामलों में SIT की तरफ से डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। डेरामुखी दुष्कर्म मामले में सजा काट रहा है। अदालत की मंज़ूरी लेकर उससे जेल के अंदर या फिर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। वहीं, पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी को हाईकोर्ट की तरफ से मिली राहत के खिलाफ भी SIT याचिका दायर करेगी, ताकि सैनी से भी पूछताछ की जा सके। इसी तरह IG परमराज उमरानंगल को भी नोटिस भेजने की तैयारी है।
SP बिक्रमजीत, SHO अमरजीत, इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह से होगी पूछताछ
इस मामले में दो पुलिस अफसरों से आज पूछताछ की जाएगी। मंगलवार को टीम एसपी बिक्रमजीत सिंह और एसएचओ अमरजीत सिंह से 82 बटालियन पीएपी चंडीगढ़ में पूछताछ करेगी। इस दौरान SIT के सभी अफसर शामिल होंगे, जिनका नेतृत्व IG कुंवर विजय प्रताप सिंह करेंगे। दोनों से 70 से ज्यादा सवाल पूछे जाएंगे। एसपी बिक्रमजीत सिंह से पूछा जाएगा कि फाजिल्का तैनात होने के बावजूद वे बहिबलकलां क्यों गए थे और उनको इस बारे में किसने निर्देश दिए थे।
गोलीकांड के बाद वे कहां गए और क्या हुआ। इस तरह थाना बाजाखाना के एसएचओ अमरजीत से पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने क्या कानूनी प्रक्रिया अपनाई और घटना के दौरान कौन-कौन से अफसर मौजूद थे। आदेश किसने दिए। SIT के मेंबर कुंवर विजय प्रताप ने बताया कि इन दोनों अधिकारियों को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है।
दो जमानत के लिए कोर्ट पहुंचे
बिक्रमजीत सिंह और SSP मोगा के रीडर इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह ने अग्रिम जमानत लेने के लिए स्थानीय जिला व सेशन जज की अदालत में याचिकाएं दायर की हैं। इन याचिकाओं पर जिला अदालत ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है और मामले की सुनवाई 30 जनवरी को रखी है।
शर्मा को आज नहीं तो कल, सच्चई तो बतानी ही पड़ेगी
SIT मेंबर IG कुंवर विजय प्रताप सिंह का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सभी तथ्य सामने आ जाएंगे। हम निष्पक्ष और विश्वस्तरीय जांच मापदंडों के मुताबिक पूछताछ कर रहे हैं। गुरु साहब का हमें संदेश है कि ‘शुभ करमन ते कबहूं न टरौ।’ हम कानून के मुताबिक जांच कर रहे हैं। किसी के डर का मतलब नहीं है। शर्मा को आज नहीं तो कल सच्चाई तो बतानी ही पड़ेगी। झूठ ज्यादा देर छिप नहीं सकता। पूछताछ के लिए जिसकी भी जरूरत पड़ेगी उसे शामिल किया जाएगा। चाहे वह डेरामुखी हो या कोई और। कानून अपना काम करेगा।
फिर हाईकोर्ट पहुंची सरकार, कहा- सुनवाई से पहले हमारा पक्ष सुनें
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और बहिबलकलां गोलीकांड में SIT की जांच को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद जांच आगे बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार एक बार फिर हाईकोर्ट पहुंच गई है। पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट में केविएट याचिका दायर करके मांग की है कि हाईकोर्ट के जस्टिस राजन गुप्ता की एकल पीठ की ओर से 25 जनवरी को दिए गए आदेश के खिलाफ अगर कोई अपील अदालत में दायर की जाती है, तो उस पर सुनवाई से पहले पंजाब सरकार का पक्ष भी सुना जाए।
25 जनवरी को जस्टिस राजन गुप्ता ने इन मामलो की SIT जांच को आगे बढ़ाने का रास्ता खोल दिया था। जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की सिफारिशों और इस मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग लेकर पंजाब पुलिस के कई अधिकारियों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की थीं। हाईकोर्ट न इन याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके बाद पंजाब पुलिस ने पूर्व SSP चरणजीत शर्मा को गिरफ्तार किया था।
गवाहों ने दर्ज करवाए बयान
बहिबल कलां गोलीकांड के मुख्य आरोपी व पूर्व SSP चरणजीत सिंह शर्मा की गिरफ्तारी के बाद SIT ने घटना से संबंधित गवाहों के बयान दर्ज करने का क्रम भी तेज कर दिया है। सोमवार को भी बहिबलकलां गोलीकांड में गोली लगने से घायल हुए गांव बहिबल कलां निवासी बेअंत सिंह व अंग्रेज सिंह के बयान SIT के कैंप ऑफिस पहुंच कर अपने बयान दर्ज करवाए।
दोनों गवाहों ने SIT को अवगत करवाया कि घटना वाले दिन 14 अक्टूबर को पुलिस की ओर से शांतिपूर्वक धरने पर बैठी संगत पर सीधी गोलियां दागी गई थीं। इसमें दो नौजवानोंं किशन भगवान सिंह व गुरजीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटनाक्रम में बेअंत सिंह की जांघ और अंगरेज सिंह की बाजू पर गोली लगी थी।
गौरतलब है कि बहिबलकलां गोलीकांड मामले में थाना बाजाखाना में घटना के सात दिन बाद 21 अक्टूबर 2015 को अज्ञात पुलिस पार्टी पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। इस केस में जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के आधार पर पिछले साल 21 अगस्त 2018 को चार पुलिस अधिकारियों तत्कालीन SSP मोगा चरणजीत सिंह शर्मा, उनके रीडर इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह, फाजिल्का के एसपी बिक्रमजीत सिंह व थाना बाजाखाना प्रभारी एसआइ अमरजीत सिंह कुलार को नामजद किया था।