अमेठी। पालि भाषा के ज्ञानार्जन और संवर्धन को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्व विद्यालय लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश शुरू है। समाजसेवी और बौद्धाचार्य राम लोटन बौद्ध ने रविवार को जनपद के सामाजिक कार्यकर्ताओं से भेंटवार्ता की।
उन्होंने बौद्ध दर्शन, धर्म और संस्कृति के विकास के लिए युवाओं को पालि भाषा के अध्ययन और ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित किया। उनके साथ पाली भाषा के आचार्य डा हिमांशु गंगवार भी रहे। सामाजिक चिंतक डॉ सुनील दत्त, भारतीय बौद्ध महासभा के महामंत्री प्रमोद कुमार ने स्वागत किया।
राम लोचन बौद्ध ने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और उनके दर्शन को समझने के लिए बौद्ध साहित्यों का अध्ययन आवश्यक है।इन साहित्यों का अध्ययन करने के लिए पाली भाषा का ज्ञान आवश्यक है। बौद्धाचार्य मनोज कुमार भीम, संजय कुमार बौद्ध, पत्रकार ललित कुमार, दशरथ कोरी आदि मौजूद रहे।
उधर गौरीगंज में द बुद्धिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया की बैठक हुई जिसमें नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया है.
इन्द्र पाल प्रजापति को अध्यक्ष, शिव दर्शन बौद्ध, अनिल बौद्ध और गंगा प्रसाद बौद्ध को उपाध्यक्ष,रामकरन बौद्ध को महासचिव और राम केवल सरोज को कोषाध्यक्ष बनाया गया है.