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ATS ने किया अवैध टेलीफोन एक्सचेंज कर भंडाफोड़, 11 गिरफ्तार

लखनऊ। यूपी एटीएस ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने ये गिरफ्तारियां लखनऊ, हरदोई, सीतापुर और दिल्ली के महरौली क्षेत्र से की हैं।

वहां से 18 से अधिक सिम बाक्स व अन्य उपकरण भी बरामद किए हैं। एटीएस का दावा है कि इस गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद जासूसी कर रहे लोगों के लिए काम मुश्किल हो जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर मिलिट्री इन्टेलीजेन्स को सूचना मिली थी कि कुछ भारतीय नम्बरों से जासूसी करने के उद्देश्य से आर्मी यूनिट्स पर कॉल आ रहे थे। एटीएस ने इन नम्बरों की जांच की तो पाया कि अवैध टेलफोन एक्सचेन्ज के माध्यम से भारत के बाहर से काल किए जा रहे हैं परन्तु डिस्प्ले पर भारत का ही नम्बर दिखता है।

आईजी एटीएस असीम अरुण ने कहा कि यूपी एटीएस द्वारा सिम बाक्स का भंडाफोड़ करने से जासूसी कर रहे एजेन्टों का काम मुश्किल हो जाएगा। अब ये अंतरराष्ट्रीय फोन गेटवे से बच कर कॉल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए सेना और टर्म सेल के साथ मिल कर अन्य ऐसे ऑपरेटरों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इससे आतंकवादियों और जासूसों का काम मुश्किल तो होगा ही, सरकार और मोबाइल कंपनियों को हो रही करोड़ों की हानि भी बचेगी।

अरुण ने कहा कि सूचना मिलने पर सुरक्षा कारणों से इस प्रकरण को बेहद गम्भीरता से लेते हुए एटीएस की टीमों को सक्रियता से लगाया गया। कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी विदेशों से भारत में सस्ते फोन काल करने के लिए कुछ आपराधिक तत्व अवैध रूप से पैरलल टेलीफोन एक्सचेन्ज चला रहे हैं।

इसके अंतर्गत विदेश में बैठा व्यक्ति भारत को इन्टरनेट काल करता है और सिम बाक्स के माध्यम से वाइस काल में बदल कर हिंदुस्तान के नम्बर पर विदेश में बैठा व्यक्ति बात करना चाहता है। ये लोग बात करा देते हैं तथा हिंदुस्तानी नंबर पर विदेशी नम्बर की जगह हिंदुस्तान का ही नम्बर दिखता है। अभियुक्तगणों के इस कार्य से भारत की सुरक्षा को खतरा पहुंचने के साथ-साथ करोड़ों रुपये की भारतीय टेलीफोनिक अर्थव्यवस्था की चोरी होती है।

केन्द्रीय दूरसंचार विभाग के टर्म सेल की लखनऊ शाखा से सम्पर्क किया गया तो टर्म सेल के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि भारत में इन्टरनेट से भारत के किसी भी मोबाइल या लैण्डलाइन नेटवर्क पर काल वैध नहीं है तथा जो भी काल हो वह भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियमों एवं शर्तों के अधीन हो।

इन अवैध एक्सचेन्जों का पता लगाने हेतु एटीएस के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी के नेतृत्व में कई टीमों को लगाया गया। प्राप्त सूचनाओं तथा मोबाइल नम्बरों की गहनता से किए गए विश्लेषणों से यह जानकारी हुई कि इस तरह के अवैध टेलीफोन एक्सचेन्ज लखनऊ, सीतापुर और हरदोई में भी संचालित हैं। इनको चलाने वाले किसी दूसरे के नाम-पते पर सिम प्राप्त कर सिम बाक्स में डाल कर चलाते हैं।

आपरेशन में लगाई गईं विभिन्न टीमों द्वारा इस सूचना को विकसित किया गया तो जानकारी मिली कि लखनऊ वाले इस गिरोह का संबंध हरदोई एवं सीतापुर से भी है। इस गोपनीय जानकारी के आधार पर एटीएस टीमों द्वारा 24 जनवरी 2017 को देर रात तक कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि एटीएस की टीमों ने टर्म सेल के अधिकारियों एवं स्थानीय पुलिस के सहयोग से लखनऊ से राहुल रस्तोगी पुत्र स्व. कमल रस्तोगी निवासी सीतापुर हालपता-सेक्टर जे, अलीगंज लखनऊ, शिवेन्द्र मिश्रा पुत्र चन्द्र प्रकाश मिश्रा निवासी सीतापुर हाल पता मड़ियाव

लखनऊ, हर्षित गुप्ता पुत्र संजय गुप्ता निवासी अमीनाबाद लखनऊ, विशाल कक्कड़ पुत्र ओमप्रकाश निवासी राजाजीपुरम लखनऊ तथा राहुल सिंह पुत्र रतनपाल सिंह निवासी बुलन्दशहर हालपता प्रियदर्शनी कालोनी, लखनऊ को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन लैपटॉप, 12 सिमबाक्स, लगभग 87 सिम, 25 मोबाइल फोन, डाटाकार्ड तथा अन्य संचार सामग्री बरामद की गई। हरदोई से अभियुक्त विनीत कुमार दीक्षित पुत्र कमलेश्वर निवासी सरायथोक पश्चिम थाना कोतवाली हरदोई को गिरफ्तार कर उसके पास से दो सिमबाक्स 16 एवं 32 स्लाट के, 13 सिमकार्ड वोडाफोन, दो लैपटॉप, दो पेनड्राइव तथा चार मोबाइल फोन बरामद किए गए।

सीतापुर से चार अभियुक्त रिषि होरा पुत्र स्व. अशोक कुमार निवासी चर्च रोड सीतापुर, श्याम बाबू उर्फ बीरू पुत्र गया प्रसाद निवासी सुक्खूमल रोड सीतापुर, उत्तम शुक्ला पुत्र श्रीराम शुक्ला निवासी-शमशेर बाग कालोनी सीतापुर तथा विकास वर्मा पुत्र ओमप्रकाश वर्मा निवासी सिविल लाइंस सीतापुर से गिरफ्तार कर इनके पास से दो सिम बाक्स 16 स्लाट के, 28 सिम, मोबाइल फोन्स, 3 जी डाटा कार्ड बरामद किए गए।

उन्होंने बताया कि एटीएस नोएडा टीम द्वारा भी इसी कड़ी में एक अभियुक्त गुलशन सेन पुत्र मातादीन सेन निवासी मेहरौली दिल्ली को भी गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तगणों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है तथा पूछताछ के आधार पर अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

आईजी ने बताया कि आपरेशन टीम में शामिल समस्त स्टाफ को इस सराहनीय कार्य के लिए पुलिस महानिदेशक ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि टर्म सेल के अधिकारी अशोक कुमार राघव की टीम तथा लखनऊ की एटीएस टीम में केएम राय, कृपाशंकर दीक्षित, विनोद शुक्ला, दिनेश शर्मा तथा सुरेश गिरि सहित टीम ने, हरदोई में उप निरीक्षक संजय सिंह की टीम ने तथा सीतापुर में स्वयं अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी ने निरीक्षक भानू प्रताप सिंह के साथ सक्रियता से प्रभावी कार्यवाही कर आपरेशन में प्रमुख भूमिका निभाई।

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