Friday , April 26 2024

धूमधाम से मना रक्षाबंधन, भाइयों को राखी बांधने जेल पहुंची बहनें

14715127151ग्वालियर । अंचल में भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पवित्र रक्षाबंधन त्यौहार पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान बहनों ने अपने भाई को राखी बांधी। वहीं भाईयों ने अपनी बहन को उपहार सहित जीवनभर रक्षा करने का वचन शिया। इधर दिनभर ट्रेनें खचाखच चली और बाहर से आने वाले भाईयों ने ग्वालियर आकर अपनी बहनों से टीका करा राखी बंधवाई। रक्षाबंधन पर्व पर पुलिस को भी खासा कसरत करनी पड़ी और जगह-जगह जवानों को सादा व पुलिस वर्दी में तैनात किया गया था, जिससे इस पर्व में कोई शरारतीतत्व विघ्न नहीं डाल सकें।

गुरूवार को रक्षाबंधन पर्व पूरे देश, प्रदेश के साथ ग्वालियर में भी हर्षोल्लास से मनाया गया। रक्षाबंधन पर्व भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक है, जिसमें बहनें अपने भाईयों को राखी बांध मिठाई आदि देती है तो भाई भी अपनी बहन को उपहार के साथ जीवनभर रक्षा का वचन देते हैं इसलिए यह त्यौहार भारतीयों के लिए अहम है। रक्षाबंधन पर्व पर आज सुबह से ही बहनों, भाईयों सहित सभी लोगों में एक उत्साह का माहौल देखा गया। ग्वालियर में रक्षाबंधन पर बहनों ने शुभ मुहुर्त में ही अपने भाईयों को तिलक कर राखी बांधी। इसके बाद भाईयों ने अपनी बहनों को रुपये, उपहार सहित जीवनभर रक्षा करने का वचन दिया। इधर त्यौहार पर आज व्यापारियों की चांदी रही। दिनभर मिठाईयों, नारियल, पैठे, नमकीन, जनरल स्टोर, शॉपिंग मॉल आदि में ग्राहकों का तांता लगा रहा। वहीं ट्रेनों द्वारा बाहर से आने वाले भाईयों ने भी अपनी बहनों से ग्वालियर आकर राखी बंधवाई। इसी प्रकार बाहर से आने वाली बहनों ने भी अपनी भाईयों को राखी बांधी, जिसके चलते ट्रेनें रक्षाबंधन त्यौहार पर ठसाठस चली।जेल में पहुंची बहनें राखी बांधनेग्वालियर की केन्द्रीय जेल में रक्षाबंधन के दिन कुछ अलग ही नजारा था। बहनें जहां अपने साथ राखी और घर का बना खाना लेकर भाईयों की कलाई पर राखी बांधने पहुंची थीं। वहीं भाई भी तैयार होकर बहन के सामने थे। कलाई पर राखी बांधने से पहले ही भाई बोला अब कभी भी वह क्राइम नहीं करेगा और बंदूक की ओर देखेगा भी नहीं। यह सुनकर बहन की आंखों से आंसू निकले और कहा है वह जेल से बाहर आने का इंतजार करेगी।रक्षाबंधन और भाईदूज का त्योहार ऐसा है, जहां जेल में बंद कैदियों को अपनी बहनों से मिलने की आजादी रहती है। बहनें भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार करती हैं। गुरुवार को सुबह से ही ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बहनें पूजा की थाली और घर का बना खाना और मिठाई लेकर पहुंच गईं। जेल प्रशासन को अंदाजा था कि रक्षाबंधन के दिन बहनों की जमकर भीड़ आएगी, इसलिए पहले से ही व्यवस्थाएं कर लीं और जेल परिसर में बहनों के लिए खास इंतजाम किए।बहन को देखते ही रोने लगे कैदीहार्ड कोर क्रिमिनल से लेकर हर तरह का अपराधी जैसे ही अपनी बहन के सामने आया, उसके चेहरे आंसुओं से भीग गए। कई भाईयों ने राखी बांधने से पहले कसम तक खाई कि वे ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे जेल आना पड़े। एक भाई ने अपनी बहन को वादा किया कि वे जेल से छूटेगा तो बंदूक की ओर निगाह भी करेगा। गुस्से में आकर उसने गलत कदम उठा लिया। बहन भी ऐसा तोहफा पाकर खुश हो गई और बोली, अब कुछ नहीं चाहिए, सबकुछ मिल गया। इसके बाद बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांध मिष्ठान आदि खिलाया।वैसे जेल प्रशासन ने भी भाई-बहन के इस पावन पर्व में कोई बंधन नहीं आए इसे देखते हुए विशेष व्यवस्था की थी। इसके अलावा जेल में कैदियों के लिए पूड़ी, सब्जी और खीर बनाया गया था, जिन्हें कैदियों ने खूब चाव से खाया। इधर रक्षाबंधन के इस पावन पर्व में कोई घटना घटित नहीं हो जाए, इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की हुई थी।

 

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