गुवाहाटी
असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (BTAD) और भूटान से सटे मानस लैंडस्केप में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। भारत के मानस नैशनल पार्क (MNP) और भूटान के रॉयल मानस नैशनल पार्क (RMNP) को मिलाकर बने क्षेत्र ट्रांसबाउण्ड्री मानस कन्जर्वेशन एरिया (TraMCA) में बाघों की गिनती के लिए हुए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के हिसाब से अब यहां बाघों की बढ़कर 21 हो गई है। इससे पहले 2011-12 के यहां 14 थे। इस साल बाघों की संख्या में 50 प्रतिशत वृद्धि गई है।
पार्क में यह गिनती MNP, RMNP, नैशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी (NTCA), WWF-इंडिया और संरक्षण समूह आरण्यक जैसी संस्थाओं द्वारा पिछले साल कराई गई थी। इसमें दोनों संरक्षित क्षेत्रों के 560 स्कवायर किलोमीटर के क्षेत्र को शामिल किया गया था। इस शोध के आंकडों को असम के मुख्य वन संरक्षण अधिकारी डी. माथुर ने TraMCA की बुधवार को समाप्त मीटिंग के दौरान पेश किया।
WWF-इंडिया असम लैंडस्केप के चीफ अनुपम सरमाह ने कहा, ‘शोध के नतीजे बताते हैं कि बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है।’ भारत और भूटान की साझा सीमा में जैव-विविधता के संरक्षण के लिए TraMCA 2008 में स्थापित की गई एक संयुक्त पहल है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार रॉयल मानस नैशनल पार्क में 11 और मानस नैशनल पार्क में 14 बाघ पाए गए हैं, जबकि 4 बाघ दोनों तरफ पाए गए हैं।