लखनऊ। कैण्ट विधान सभा से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी अपर्णा यादव ने व्यापक जनसंपर्क अभियान कर समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील कीं।
अपर्णा ने मंगलवार को सरदारी खेड़ा आलमबाग, एपी सेन रोड स्थित ठाकुर पेट्रोल पम्प के पास तथा महावीर पूरी वार्ड सदर में आयोजित जनसभाओं को भी संबोधित किया।
अपर्णा ने कहा कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद से मैं इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासरत हूं। मेरे सार्थक प्रयासों से अभी तक 255 सड़कों, नालियों, शौचालयों आदि का निर्माण कराया जा चुका है। पेय जल की समस्या को दूर करने के लिए 58 समर्सिबल पम्प तथा 8 ट्यूबेल विभिन्न स्थानों पर लगवाये गए। जहां विजली आपूर्ति दुरुस्त नहीं थी, वहां बिजली दुरुस्त करवाई गयी तथा स्ट्रीट लाईट लगवाई गयी।
महिलाओं के जीवन में सुधार लाने के लिए कई सार्थक प्रयास किये गए। तकरीबन ढाई हज़ार महिलाओं को समाजवादी महिला पेंशन तथा कईयों को समाजवादी लोहिया आवास प्राप्त हुआ। राशन कार्ड तथा आधार कार्ड बनवाने के लिए कैम्प लगवाये गए जिसमें हजारों लोग लाभान्वित हुए।
ग्रीन कैण्ट क्लीन कैण्ट का नारा देते हुए वृक्षारोपण और सफाई अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि जन सेवा का कार्य मेरे लिए सौभाग्य की बात है और यह कार्य अनवरत जारी रहेगा बशर्ते आपका बहुमूल्य वोट मुझे अप्रत्याशित जीत दिलाकर आपकी आवाज़ बुलंद करने का मौका दे।
अपर्णा ने महावीर पूरी वार्ड में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि विधायक बनने के बाद उनकी कॉलोनी को व्यवस्थित और भव्य तरीके से स्थापित करने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर गरीब की मदद हो यही समाजवादी सोच है लेकिन विरोधी अफवाह फैलाकर गरीब विरोधी छवि बताने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि आज समाजवादी पार्टी पर लोग तमाम आरोप लगा रहे हैं, शायद वे लोग जमीनी हकीकत से दूर हैं। लेकिन कुछ भी कर लेंए विपक्षी विकास की आंधी को नहीं रोक पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो कहा वह कर के दिखाया। आज जितना विकास उत्तर प्रदेश का हुआ है उतना किसी भी राज्य का नही हुआ है।
हमारी सपा सरकार ने लखनऊ को मैट्रो, आईटी सिटी दिया, मेदांता जैसे अस्पताओं की आधारशिला रखी, शिक्षा और चिकित्सा की बेहतरी के लिए काम किया, महिलाओं की सुरक्षा और उनको स्वावलंबी बनाने पर विशेष जोर दिया। अपर्णा ने कहा कैंट विधानसभा ही मेरा अब घर है आपने उन्हें पच्चीस साल दिया, मुझे सिर्फ पांच साल दीजिए।
साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि महिलाओं को अगर गंदा घर दे दिया जाए तो वे उसे दो चार दिन मे सजा देंती हैं, लेकिन यहां इसके ठीक विपरीत है, दो चार दिन तो दूर साढ़े चार साल मे भी हालात नहीं बदले अलबत्ता उन्होंने दल ही बदल दिया।