“महाराष्ट्र चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं। साथ ही उन्होंने महायुति गठबंधन की जीत का दावा किया। जानिए महाराष्ट्र की सियासत पर इसका असर।”
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हूं, लेकिन राज्य का अगला मुख्यमंत्री महायुति गठबंधन से ही बनेगा।”
महाराष्ट्र चुनाव की तैयारी
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जहां 288 सीटों पर मतदान होगा। शिंदे सरकार में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार डिप्टी सीएम पद पर कार्यरत हैं। महायुति गठबंधन में शिवसेना (शिंदे गुट), बीजेपी, और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं।
शिंदे का बयान क्यों अहम?
एकनाथ शिंदे करीब ढाई साल से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। उनका यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। इससे पहले शिवसेना में विभाजन और अजित पवार के एनसीपी से अलग होकर महायुति में शामिल होने के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं।
महायुति की जीत का दावा
शिंदे ने कहा, “महायुति गठबंधन पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा और राज्य में दोबारा सरकार बनाएगा। विपक्ष सिर्फ भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहा है।”
राजनीतिक समीकरण
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के डिप्टी सीएम पद पर होने के कारण महायुति गठबंधन में नेतृत्व को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। शिंदे का यह बयान इन अटकलों पर विराम लगाता है, लेकिन इससे यह भी सवाल उठता है कि महायुति से अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल
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