लखनऊ। विधानसभा चुनाव के माहौल में नेताओं का सियासी दलों में इन और आऊट का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी विधायक अरिदमन सिंह ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या ने उन्हें तथा जिला कापरेटिव बैंक की अध्यक्ष व खैरागढ़ से सपा की घोषित प्रत्याशी रानी पक्षालिका सिंह को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।
इस अवसर पर केशव मौर्य ने कहा कि अपराध की संवाहक और अपराधियों की संरक्षक समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का तिलस्म टूट चुका है।
संरक्षित अपराधी एवं माफियाओं द्वारा पांच सालों में अबैध खनन, महिला अपराध और सरेआम अराजकता का असली सपाई चेहरा जनता भूली नहीं है। आने वाली भाजपा सरकार अराजकता और अपराध के खात्मे के लिए जानी जाएगी।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव की ओर से जारी सूची में अरिदमन सिंह को आगरा की बाह विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया था। वहीं अखिलेश यादव की सूची में भी उनका नाम था।
इसके बावजूद अरिदमन सिंह भाजपा में शामिल हो गए। इसे मुलायम और अखिलेश दोनों गुट के लिए झटका माना जा रहा है। अरिदमन ने विधानसभा चुनाव में भाजपा की पूर्ण बहुमत सरकार बनने का भी दावा किया। माना जा रहा है कि सपा में पिता पुत्र के बीच चल रहे घमासान के चलते उन्होंने यह निर्णय लिया है।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक प्रधान ने भी शुक्रवार को अपने समर्थकों सहित भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। प्रधान लगातार चार बार 1996, 1998, 1999 तथा 2004 में नोएडा-खुर्जा संसदीय सीट से भाजपा सांसद रहे। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री भी रहे।
उन्होंने भाजपा को अपनी घर वापसी बताते हुए कहा कि देश का एवं उत्तर प्रदेश का विकास यदि कोई पार्टी कर सकती है तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुआई में केवल और केवल भाजपा ही कर सकती है।माना जा रहा है कि सपा के साइकिल सिम्बल फ्रीज होने की स्थिति में कई नेताओं की और निष्ठा बदल सकती है। वहीं कांग्रेस से गठबन्धन की स्थिति में अपनी सीट जाने पर भी कई सपा नेता दूसरे दलों की ओर रूख कर सकते हैं।