यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन का फार्मूला लगभग तय हो गया है। सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक 89 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और 14 ऐसी सीटें होंगी जिन पर सपा के लोग कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। इस फॉर्मूले के तहत 20 सीटें रालोद को दी गई हैं। हालांकि आरएलडी 30 सीटें मांग रही थी।
बता दें कि सपा और कांग्रेस में गठबंधन की बातें लंबे समय से चल रही थींं, लेकिन पार्टी में मचे सियासी घमासान की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा था। दरअसल, सीएम अखिलेश यादव तो कांग्रेस के साथ गठबंधन करने में रुचि दिखा रहे थे लेकिन उनके पिता मुलायम सिंह यादव इसके विरोधी थे। वहीं, गठबंधन में दूसरा पेंच सीटों को लेकर फंसा था, जोकि अब सुलझता दिखा रहा है। उत्तर प्रदेश में चुनावी मेला आज से शुरू हो गया। आज से चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन शुरू हो रहा है।
सपा के ‘सुप्रीमो’ बने अखिलेश जल्द ही लेंगे ये बड़े फैसले
गौरतलब हो कि चुनाव आयोग ने सोमवार को ‘साइकिल’ चुनाव चिह्न को लेकर छिड़े विवाद काेे निपटाते हुए फैसला अखिलेश के पक्ष में दिया था। इसके बाद अखिलेश समर्थक रामगोपाल ने कांग्रेस से गठबंधन होने को लेकर उम्मीद जताई थी। वहीं, पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल भी सपा-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले गुट को चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ मिलने को लेकर वह खुश हैं। साथ ही कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन के भी पक्ष में हैं।
यूपी में 403 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। ये चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण के चुनाव के लिए आज से नामांकन शुरू हो रहे हैं, जबकि पहले चरण का मतदान 11 फरवरी को होगा।