‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को बड़े हनुमान मंदिर का महाप्रसाद और सप्त ऋषि वन के पौधे दिए जाएंगे। साथ ही, बाघंबरी गद्दी और वन विभाग की ओर से चंदन और रुद्राक्ष के पौधों का वितरण होगा। पर्यावरण को समर्पित इस पहल से महाकुम्भ को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी है।”
महाकुंभनगर। महाकुम्भ 2024 में एक नई और अनूठी पहल शुरू की जा रही है, जिसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक, बल्कि पर्यावरणीय उपहार भी देना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को इस बार बड़े हनुमान मंदिर का महाप्रसाद मिलेगा। इसके अलावा, लेटे हनुमान मंदिर द्वारा भक्तों को सप्त ऋषि वन के पौधे भी भेंट किए जाएंगे, जिनमें तुलसी, अगस्त्य, चिचिड़ा, दूर्वा, बेल, शमी जैसे पौधे शामिल हैं। यह पौधे न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।
महाकुम्भ नगर में 149,620 पौधों को लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसमें से 137,964 पौधे पहले ही लगाए जा चुके हैं। यह पहल प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और बाघंबरी गद्दी द्वारा मिलकर की जा रही है। शंकराचार्यों को विशेष तोहफे के रूप में चंदन और रुद्राक्ष के पौधे भेंट किए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य इस महाकुम्भ को एक दिव्य, नव्य और भव्य आयोजन बनाना है, ताकि यह हर किसी के लिए एक अनमोल और अविस्मरणीय अनुभव बन सके। महाकुम्भ के प्रमुख चौराहों और राजमार्गों पर प्राकृतिक सजावट की जा रही है, और इसके साथ-साथ यह आयोजन पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
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