लखनऊ । योगी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए आयाम स्थापित कर रही है। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए पांच नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिली है।
अयोध्या, जौनपुर, कन्नौज, बिजनौर और महराजगंज में इन नए विद्यालयों की शुरुआत के साथ प्रदेश में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या अब बढ़कर 127 हो जाएगी। यह निर्णय उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और व्यापक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था का प्रतीक बन रहा है। बीते साढ़े सात वर्षों में प्रदेश की शिक्षा में व्यवस्था और कार्य पद्धति में हुए बदलाव और सुविधाओं ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रही हैं।
सीएम योगी की मंशा के अनुरूप ये विद्यालय न सिर्फ प्रदेश की शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करेगा बल्कि छात्रों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा। यह पहल उन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने का कार्य करेगी, जो अभी तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित थे।
अयोध्या, जौनपुर, कन्नौज, बिजनौर और महराजगंज में खुलेंगे नए केंद्रीय विद्यालय
हर साल केवी के कक्षा एक में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और सीबीएसई द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं में केंद्रीय विद्यालयों के छात्रों का प्रदर्शन सभी शैक्षणिक प्रणालियों में लगातार सर्वश्रेष्ठ रहा है।
इसी के मद्देनजर राम नगरी अयोध्या जिले के चांदपुर हरवंश में केंद्रीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। यह जिले का दूसरा केंद्रीय विद्यालय होगा। दूसरे केंद्रीय विद्यालय का निर्माण हो जाने से अब और अधिक विद्यार्थियों को उच्च कोटि की शिक्षा और शिक्षकों का सानिध्य प्राप्त होगा।
वहीं जौनपुर जिले के पयागपुर में केंद्रीय विद्यालय खोला जाएगा। महराजगंज जिले में महराजगंज में एक केवी को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिली है तो वहीं बिजनौर और कन्नौज में भी छात्रों को बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था के लिए एक-एक केंद्रीय विद्यालय खोले जाएंगे।
प्रत्येक विद्यालय में होगी 960 छात्रों की क्षमता, 63 लोगों को मिलेगा रोजगार
प्रदेश में खुलने वाले प्रत्येक विद्यालय में 960 विद्यार्थियों की क्षमता होगी। जिसमें 63 लोगों को स्थाई रोजगार प्राप्त होगा। वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो इन विद्यालयों के खुलने से प्रदेश के 4800 विद्यार्थियों को पढ़ने की व्यवस्था होगी वहीं 315 लोगों को स्थाई रोजगार प्राप्त होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार सभी केंद्रीय विद्यालयों को पीएम श्री स्कूल के रूप में नामित किया गया है, जो एनईपी 2020 के अनुसार संचालित होगा। केंद्रीय विद्यालय अपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, अभिवन शिक्षण पद्धति और आधुनिक अवसंरचना के कारण उन स्कूलों में से एक हैं, जिनकी सबसे अधिक मांग है।
अभी तक प्रदेश में संचालित हैं 122 केंद्रीय विद्यालय
केंद्रीय विद्यालय के संचालन के लिए प्रदेश को तीन संभागों में बांटा गया है। जिसे आगरा, लखनऊ और वाराणसी संभाग शामिल हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इनमें कुल 122 केंद्रीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है।
आगरा संभाग में 37, लखनऊ संभाग में 48 और वाराणसी संभाग में 37 केंद्रीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इन 5 नए केंद्रीय विद्यालयों खुलने के बाद प्रदेश में कुल केंद्रीय केंद्रीय विद्यालयों की संख्या 127 हो जाएगी जो पूरे देश में सबसे अधिक है।