लखनऊ, 23 अप्रैल 2025: आज जिलाधिकारी श्री विशाख जी द्वारा डालीबाग क्षेत्र में हैदर अली कैनाल पर निर्माणाधीन 120 एमएलडी क्षमता के जी एच कैनाल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान, उन्होंने पूरे प्लांट परिसर का भ्रमण किया और सीवेज वाटर को ट्रीटमेंट करने की प्रक्रिया की विस्तारपूर्वक जानकारी ली।
अधिशासी अभियंता, उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) श्री महेश कुमार गौतम ने जिलाधिकारी को बताया कि यह एसटीपी हैदर अली कैनाल के 120 एमएलडी तक के अशोधित जल को ट्रीटमेंट करने के लिए बनाया जा रहा है। यह कैनाल शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय से प्रारंभ होती है और शहर के कई क्षेत्रों से होकर गुजरती है।
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यह परियोजना गोमती नदी को स्वच्छ रखने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसके पूर्ण होने के बाद, 120 एमएलडी एसटीपी और उससे सटे हुए 100 एमएलडी एसपीएस के माध्यम से गोमती में हैदर अली कैनाल ड्रेन आउट होने पर रोक लगाई जा सकेगी।
इस एसटीपी को दो चरणों में चालू किया गया है। पहले चरण के अंतर्गत, यह प्लांट 15 अगस्त 2024 से 80 एमएलडी की आंशिक क्षमता पर संचालित हो रहा है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि आने वाले 15 दिनों में स्लूज़ गेट निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा, जिसके बाद यह प्लांट अपनी पूर्ण क्षमता यानी 120 एमएलडी पर कार्य करने लगेगा।

इस प्रक्रिया के माध्यम से ट्रीट किया गया जल गोमती नदी की डाउन स्ट्रीम में डाला जाएगा, जिससे जल प्रदूषण में कमी आएगी। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने यह निर्देश दिए कि निर्धारित समय-सीमा के अंतर्गत कार्य पूर्ण किए जाने का विशेष ध्यान रखा जाए।
अधिशासी अभियंता श्री महेश गौतम ने बताया कि प्लांट में अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया गया है, जिनमें यूवी (UV) वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम भी शामिल है। यह प्रणाली जल को हानिकारक इकोलाई के स्तर को कम करने में प्रभावी होगी।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) के अधिकारीगण एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।