लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अब पर्यटन क्षेत्र में एक नया मोड़ देने के लिए राजस्थान और गुजरात के सफल पर्यटन मॉडल को अपनाने की दिशा में काम कर रही है। सरकार का लक्ष्य यूपी में हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देना है, जिसके तहत राज्य के ऐतिहासिक किलों, महलों और कोठियों का विकास किया जाएगा।
यूपी पर्यटन विभाग 7 दिसंबर को एक कांक्लेव का आयोजन करेगा, जिसमें राजस्थान और गुजरात के पर्यटन मॉडल के अनुभव साझा किए जाएंगे। इस कांक्लेव में राजघरानों के प्रतिनिधियों के साथ होटल संचालक, निवेशक और सलाहकार भी भाग लेंगे।
यूपी सरकार ने राज्य के ऐतिहासिक स्थलों को हेरिटेज होटल, वेंडिंग डेस्टिनेशन, वैलनेस सेंटर, रिजॉर्ट और सांस्कृतिक केंद्रों में तब्दील करने की योजना बनाई है। इन परियोजनाओं को सार्वजनिक और निजी भागीदारी (PPP) के आधार पर विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटन में सुधार होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
यूपी सरकार ने मिर्जापुर के चुनार किले और झांसी के बरुआ सागर किले को पीपीपी मॉडल पर दिया है। इसके अलावा, लखनऊ के छतर मंजिल, कोठी रोशनदौला, मथुरा स्टेट और बरसाना महल को भी इसी मॉडल पर विकसित किया जाएगा।
यह कदम यूपी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, जहां ऐतिहासिक धरोहर के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं भी पर्यटकों को आकर्षित करेंगी।