“महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में बॉलीवुड के आर्ट डायरेक्टर द्वारा सात दिनों में बनकर तैयार होगा हाईटेक कंट्रोल रूम। इस कंट्रोल रूम में 50 अफसरों की टीम होगी, जो महाकुंभ की सुरक्षा, चिकित्सा और अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी करेगी।”
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 को एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय आयोजन बनाने के लिए योगी सरकार ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। आगामी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, समुचित जानकारी की आपूर्ति और आपात स्थिति से निपटने के लिए एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है। इस कंट्रोल रूम का निर्माण बॉलीवुड के प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर द्वारा किया जा रहा है, जो केवल सात दिनों में इसे पूरी तरह तैयार कर देंगे। यह कंट्रोल रूम महाकुंभ में आने वाले लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा।
कंट्रोल रूम की संरचना: 50 अफसरों की टीम और हाई-टेक सुविधाएं
कंट्रोल रूम को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि इसमें 50 से अधिक अफसरों के लिए अलग-अलग केबिन होंगे, जिनमें सुरक्षा, प्रशासन, चिकित्सा, पेयजल और अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, यहां वीआईपी मीटिंग, कॉन्फ्रेंस हॉल और मीडिया ब्लॉक्स भी बनाए जा रहे हैं, ताकि मेला क्षेत्र से संबंधित सभी गतिविधियों की सटीक जानकारी समय पर प्रदान की जा सके।
अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि इस कंट्रोल रूम में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, उनके लिए आवश्यक सेवाओं की निगरानी, और सभी व्यवस्थाओं का उचित प्रबंधन किया जाएगा। इसके अलावा, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए विशेष रणनीतियों का निर्माण भी इस कंट्रोल रूम में किया जाएगा।
सीएम के निर्देश पर युद्धस्तर पर काम
महाकुंभ की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों पर युद्धस्तर पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस महाकुंभ को सुचारु रूप से संचालित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। इस कंट्रोल रूम का निर्माण मुंबई से आए आर्ट डायरेक्टर और वास्तुकार पवन पांडे द्वारा किया जा रहा है, जो विशेष रूप से इस महाकुंभ के आयोजन के लिए काम कर रहे हैं। पवन पांडे का कहना है कि कंट्रोल रूम का निर्माण पूरी तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार किया जा रहा है और सात दिनों के भीतर इसे पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा।
ड्रोन से निगरानी: चप्पे चप्पे पर नजर
महाकुंभ के आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। कंट्रोल रूम के चारों ओर ड्रोन से हर गतिविधि की निगरानी की जाएगी। इससे न केवल सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा, बल्कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया भी दी जा सकेगी।
एल-शेप में बनेगा कंट्रोल रूम
कंट्रोल रूम की संरचना एल शेप की होगी, जिसमें अफसरों और उनके स्टाफ के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां पर तीन विशेष दरवाजे भी बनाए जा रहे हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में अफसर और स्टाफ को आसानी से प्रवेश और निकासी की सुविधा मिल सके।
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मीडिया और जानकारी के लिए अलग ब्लॉक
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और जनता तक सही समय पर जानकारी पहुंचाने के लिए कंट्रोल रूम में मीडिया के लिए अलग से ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। इस ब्लॉक में मीडिया कर्मी महाकुंभ से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरों और घटनाओं को कवर करेंगे और इसे सीधे प्रसारित करेंगे।
सुरक्षा और समन्वय के लिए विशेष इंतजाम
महाकुंभ के दौरान करोड़ों लोग एक साथ जुटते हैं, इसलिए यहां सुरक्षा व्यवस्था बेहद महत्वपूर्ण है। कंट्रोल रूम में सुरक्षा, चिकित्सा, जल आपूर्ति और अन्य सुविधाओं की जिम्मेदारी अलग-अलग अफसरों की टीमों द्वारा निभाई जाएगी। हर अफसर को अपनी जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी, ताकि किसी भी स्थिति में त्वरित और प्रभावी निर्णय लिया जा सके।