महाकुंभ 2025 में पहली बार ‘नेत्र कुंभ’ का आयोजन, जहां 5 लाख आंखों की जांच और 3 लाख चश्मा वितरित किए जाएंगे। घर के पास निशुल्क ऑपरेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
महाकुम्भनगर। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में पहली बार नेत्र रोगियों के लिए विशेष पहल की जा रही है। 9 एकड़ क्षेत्र में ‘नेत्र कुंभ’ का आयोजन किया जाएगा, जहां 5 लाख लोगों की आंखों की जांच और 3 लाख चश्मों का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही, नेत्र रोगियों को ऑपरेशन के लिए उनके घर के नजदीकी अस्पताल में निशुल्क सुविधा प्रदान की जाएगी।
नेत्र कुंभ की विशेषता
नेत्र कुंभ के आयोजन कमेटी के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह पहली बार हो रहा है जब महाकुंभ में इतनी बड़ी संख्या में नेत्र रोगियों को लाभ मिलेगा। जांच के बाद ऑपरेशन की आवश्यकता वाले रोगियों को डॉक्टर रेफरल कार्ड देंगे। इस कार्ड से वे अपने घर के पास किसी भी संबंधित अस्पताल में ऑपरेशन करवा सकते हैं। इसके लिए देश भर के 150 अस्पतालों के साथ करार किया गया है।
सुविधाएं और सेवाएं
नेत्र कुंभ में 5 लाख मरीजों की जांच और 3 लाख चश्मों का वितरण होगा।
ऑपरेशन के लिए 50 हजार लोगों को रेफरल कार्ड दिया जाएगा।
मेला क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम हर दिन मौजूद रहेगी।
सभी सेवाएं पूरी तरह निशुल्क होंगी, जिसमें जांच, दवाएं और जलपान शामिल हैं।
डॉक्टरों और ऑप्टोमेट्रिस्ट की भूमिका
डॉ. कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि नेत्र कुंभ में प्रतिदिन 40 डॉक्टर और 100 ऑप्टोमेट्रिस्ट अपनी सेवाएं देंगे। 12 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलने वाले इस आयोजन में कुल 150 बाहरी डॉक्टर और 400 स्थानीय डॉक्टर शामिल होंगे।
2019 का रिकॉर्ड तोड़ने का लक्ष्य
2019 के कुंभ में 1.5 लाख चश्मों और 3 लाख नेत्र जांच के साथ लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया था। इस बार 5 लाख लोगों की जांच और 3 लाख चश्मा वितरण का लक्ष्य है, जो एक नया वैश्विक रिकॉर्ड बना सकता है।
नेत्र कुंभ का महत्व
नेत्र कुंभ का उद्देश्य नेत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और जागरूकता फैलाना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आयोजन नेत्र रोगियों के लिए जीवन बदलने वाला साबित होगा।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल