Saturday , December 14 2024
राज्यपाल को भेजा नोटिस, लखनऊ में हड़कंप, मीरा पाल मामला, मलिहाबाद तहसील विवाद, बेदखली केस नोटिस, Notice to Governor, Lucknow controversy, Meera Pal case, Malihabad tehsil dispute, eviction case notice, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, लखनऊ नोटिस विवाद, मलिहाबाद तहसील, संवैधानिक पद नोटिस नियम, मीरा पाल बनाम यूपी सरकार, राज्यपाल को नोटिस, बेदखली मामला, Governor Anandiben Patel, Lucknow notice controversy, Malihabad tehsil, constitutional notice rules, Meera Pal vs UP government case, notice to governor, eviction case,
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को भेजा गया नोटिस, लखनऊ में मचा हड़कंप

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के मलिहाबाद तहसील से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के नाम पर एक नोटिस भेजे जाने का मामला सामने आया है। इस नोटिस के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। राजभवन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ कलेक्ट्रेट को पत्र लिखा है और इस घटना की जांच की मांग की है।

मलिहाबाद तहसील के तहसीलदार का कहना है कि यह नोटिस किसी ने शरारतपूर्ण तरीके से भेजा है। इस नोटिस में मीरा पाल बनाम उत्तर प्रदेश सरकार मामले का उल्लेख है, जो कि एक बेदखली से जुड़ा हुआ मामला है। तहसीलदार ने इसे संदिग्ध बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

भारत के संविधान के अनुसार, किसी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति, जैसे राज्यपाल, के खिलाफ कोई नोटिस या अदालती समन नहीं भेजा जा सकता है। इस घटना ने प्रशासन और न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता पर सवाल खड़ा कर दिया है।

राजभवन की ओर से लखनऊ कलेक्ट्रेट को भेजे गए पत्र में इस मामले की सत्यता की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। राजभवन ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताया है, जो संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन करता है।

मलिहाबाद तहसील के अधिकारियों का कहना है कि यह नोटिस शरारतपूर्ण तरीके से बनाया गया है। मामले की जांच के लिए संबंधित दस्तावेजों और नोटिस की सत्यता की जांच की जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नोटिस में जिस केस का उल्लेख है, वह बेदखली से जुड़ा मामला बताया जा रहा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस केस में राज्यपाल का नाम कैसे और क्यों जोड़ा गया। अधिकारियों का मानना है कि यह एक सुनियोजित शरारत हो सकती है।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com