नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में भारत और ग्रीस के बीच हवाई सेवा समझौते (एएसए) पर हस्ताक्षर किए जाने का अनुमोदन किया है।
समझौते से नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विकास के साथ व्यापार, निवेश, पर्यटन और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहन मिलेगा।
समझौते से निर्बाध एवं विकसित सम्पर्क को बढ़ावा देने के लिए समर्थकारी माहौल पैदा होगा। इससे अधिक से अधिक सुरक्षा के साथ दोनों पक्षों के यहां काम कर रही विमानन कंपनियों को नए व्यावसायिक अवसर मिलेंगे।
इस समझौते के तहत दोनों देशों को अपने यहां की एक या अधिक एयरलाइन को नामित करने का हकदार होगा। इन नामित एयरलाइनों को हवाई सेवाओं को बढ़ावा देने और बिक्री के लिए दूसरे के देश में कार्यालय स्थापित करने का अधिकार होगा।
दोनों देशों की नामित एयरलाइनों को निर्दिष्ट मार्गों पर सेवाएं संचालित करने के लिए निष्पक्ष और समान अवसर मिलेंगे। नामित एयरलाइन को एक ही पार्टी, अन्य पार्टी और तीसरे देश के नामित वाहकों के साथ सहकारी विपणन व्यवस्था में प्रवेश करने का अधिकार होगा।
भारतीय विमानन कंपनियां ग्रीस के एथेंस, थेसालोनिकी, हरकलायन और तीन अन्य स्थानों जिनकी बाद में घोषणा की जाएगी और भारत में किसी स्थान के बीच हवाई सेवा संचालित कर सकती हैं। वहीं यूनानी गणराज्य के वाहक 6 महानगरों (नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता, हैदराबाद और चैन्नई) के लिए सीधी हवाई सेवा स्थापित कर सकते हैं।
वर्तमान में भारत और ग्रीस के बीच ऐसा कोई समझौता नहीं था। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने 6 और 7 सितंबर को नई दिल्ली में मुलाकात की और एएसए से जुड़ी नियमावली को अंतिम रूप दिया।