बेलग्रेड सर्बिया। बेलग्रेड सर्बियामें मां-बेटी के अनूठे प्यार और दुलार का ऐसा मामला सामने आया है जिसे पढ़कर आपकी आंखे नम हो जाएंगी। हम बात कर रहे हैं डेनिजेला नाम की महिला की जो 2009 में अपनी मेरिला रोज नाम की बेटी को जन्म देने के बाद ही कोमा में चली गई थी इससे अंजान कि वो मां बन चुकी हैं और करीब 2 महीने पहले ही होश में आई है।
सबसे पहले मेरिजा उनके सामने गई, मां का हाथ थाम कर बोली, ‘मेरा नाम मेरिजा है. मैं आपकी बेटी हूं। आप बीमार थीं, हमेशा सोई रहती थीं। इसलिए आपको नहीं पता, लेकिन मैं रोज यहां आपसे मिलने आती थी। इंतजार करती थी कि आप जागेंगी और मैं आपको घर ले चलूंगी।’
मेरिला रोज अपनी मां डेनिजेला के पास बैठ लंच, होमवर्क करती है। रात में सोने के लिए घर जाती है। 2 साल से ऐसा ही चल रहा है। मेरिजा शुरू से अपने नाना जॉर्ज के साथ रही। जॉर्ज अक्सर मेरिजा को उसकी मां से मिलवाने हॉस्पिटल ले जाया करते। 4 साल तक कोमा में रहने के बाद डॉक्टर्स ने डेनिजेला के ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी थी।
उन्होंने जॉर्ज से कहा कि डेनिजेला के ऑर्गन्स डोनेट कर दें। लेकिन जॉर्ज ने ये कह कर मना कर दिया कि मेरिजा को पूरी उम्मीद है कि उसकी मां ठीक हो जाएगी। जॉर्ज बताते हैं, ‘बीते दो साल में शायद ही कोई ऐसा दिन होगा, जब ये बच्ची अपनी मां से मिलने नहीं गई। कई बार स्कूल जाने में लेट हो जाती, वहां डांट पड़ती। घर आकर रोती थी, लेकिन स्कूल से पहले हॉस्पिटल जाना नहीं छोड़ा। रोज मां को सजाती।