लखनऊ। क्रिसमस पर्व के आगमन की तैयारियां अब जोर पकड़ने लगी है। प्रभु यीशु के अवतरण की आहट वाले कैरल गीत और संगीत की गूंज ईसाइयों के उल्लास को बयां कर रही हैं। शुक्रवार को भी कैरल टोलियां सेंटा के संग शहर के विभिन्न हिस्सों में निकली।
उन्होंने यहां रह रहे ईसाई परिवारों के बीच जाकर कैरल गीत के माध्यम से प्रभु यीशु का संदेश सुनाया। गणेशगंज मेथोडिस्ट चर्च में कैंडिल लाइट सर्विस का आयोजन किया गया। भक्तों ने प्रभु यीशु की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जलाकर उनकी आराधना की।
कैरल गीतों की धुन पर दी बधाई
ईसाई परिवारों के घरों में कैरल टोलियों द्वारा प्रभु यीशु की आराधना का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा। असेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के द्वारा क्रिसमस ट्री सर्विस का आयोजन शाम 6.30 बजे संत माइकल स्कूल बड़ा चांदगंज अलीगंज में किया गया। शाम की आराधना आया मसीह दुनिया में गीत से हुई। प्रारंभिक प्रार्थना भाई कैनन ने की।
क्वायर ने हाथों में मोमबत्ती लिए हुए लाइट ऑफ थे वर्ल्ड गीत गाते हुए चर्च में प्रवेश किया। क्वायर द्वारा गाए गीतों में असमानों से ए प्रभु की महिमा, साइलेंट नाईट, इत्यादि नन्हे बच्चों द्वारा प्रभु येशु मासिह के जीवन पर नाटिका पेश की गयी शाम के मुख वक्ता बहन ज्योति अन्थोनी थी। इस अवसर पर सांता क्लॉस ने बचों को इनाम बाटे।
कार्यक्रम के आयोजक मोरिस कुमार ने बताया कि इस साल क्रिसमस के सीजन में चर्च एक सामाजिक थीम के साथ क्रिसमस मना रहा है यह थीम है शेयरिंग इस कैरिंग यानि की क्रिसमस की खुशी। हम यह खुशी ऐसे लोगों से साथ बंटेगे जिन के पास कोई भी नहीं है ऐसे बुर्जुग, बच्चों तथा महिलाएं जो अकेले है इस थीम के माध्यम से चर्च गरीब लोगों के पास कम्बल लेकर जायेंगे।
गणेशगंज चर्च में हुआ कैंडिल लाइट सर्विस
गणेशगंज स्थित मेथोडिस्ट चर्च में शाम को कैंडिल लाइट सर्विस का आयोजन हुआ। सबसे पहले पादरी पीके जोसेफ की अगुवाई में प्रार्थना सभा के जरिए प्रभु से खुशहाल जीवन की कामना की गई। इसके बाद क्वायर ग्रुप ने आराधना गीत प्रस्तुत किए। इसके बाद प्रभु में लीन श्रद्धालुओं ने कैंडिल जला कर अपने अराध्य से जीवन को सुखमय बनाने की कामना की।
क्राइस्ट चर्च कालेज में भण्डारे का आयोजन
क्रिसमस के आगमन के मौके पर क्रिसमस चर्च कालेज की ओर से भण्डारे का आयोजन किया गया। कालेज के प्राचार्य राकेश कुमार चत्री ने सड़क पर गुजर बसर करने वाले गरीबों को स्वादिष्ट व्यंजन परोसा। दोपहर तक चले इस भण्डारे में सैकड़ों गरीबों ने केक का भी खूब लुत्फ उठाया। इस कार्य में स्कूल के छात्र- छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों ने भी अपना सहयोग दिया।