नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नोटबंदी के बाद आम लोगों की समस्याओं को जल्द खत्म करने के लिए कुछ बड़े फैसले लिए है। सोमवार को आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास ने कहा कि अब निजी दवा दुकानों पर पुराने नोट चलेंगे।
इसके अलावा बिजली बिल भरने के लिए भी पुराने नोटों का इस्तेमाल हो सकेगा। उन्होंने बताया कि कैश की कमी नहीं है, लेकिन सप्लाई में थोड़ा समय लग रहा है।
पढ़िए 10 जरूरी बातें-
2500 रुपये उन्हीं एटीएम से निकाले जा सकेंगे जहां 500 के नए नोट उपलब्ध हैं।
एटीएम से नकद निकासी की सीमा भी 2000 से बढ़ा कर 2500 कर दी गई है।
एक सप्ताह में 10000 रुपये निकालने सीमा बढ़ाते हुए 24000 कर दी गई है।
विशेष परिस्थिति में एक दिन में ही 24 हजार रुपये निकाले जा सकते हैं।
बैंक में बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग से लाइन की व्यवस्था की गई है।
निजी दवा की दुकानों पर भी फिलहाल पुराने नोट चलेंगे।
रेलवे स्टेशन, पेट्रोल पंप, हवाई अड्डों, और अस्पतालों में 24 नवंबर तक पुराने नोट चलेंगे।
देश के सभी टोल पर 24 नवंबर तक कोई टैक्स भी नहीं लिया जाएगा।
500 और 1000 के पुराने नोटों को बदलने की सीमा 4000 से बढ़ा कर 4500 रुपये कर दी गई है।
बिजली और पानी के बिल जैसे केंद्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा लिए जाने वाले सभी बिलों का भुगतान 24 नवंबर तक 500 और 1000 के पुराने नोटों से किया जा सकता है।