उम्र का 18वां पड़ाव, जहां से आपकी किशोरावस्था खत्म होती है और आपकी गिनती वयस्कों में शुरू हो जाती है, आज के परिवेश में इसपर मनोवैज्ञानिकों ने बड़े सवाल उठाए हैं।
हाल में हुए एक शोध की मानें तो आज के परिवेश में किशोरावस्था 18 साल पर खत्म नहीं होती बल्कि 25 सालों तक रहती है यानी वयस्क होने का पैमाना 18 नहीं बल्कि 25 की उम्र है।बीबीसी में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें तो ब्रिटेन के मनोवैज्ञानिक अब किशोरों की मानसिक स्थिति को देखते हुए उन्हें 18 के बजाय 25 साल तक किशोर मान रहे हैं। इस आधार पर ब्रिटेन के बाल मनोवैज्ञानिकों को दिशानिर्देश भी दिए जा रहे हैं।बाल मनोवैज्ञानिक लेवर्न एंट्रोबस ने बीबीसी को बताया, ”हम अब अधिक सजग हो रहे हैं और 18 की उम्र के बाद होने वाले मानसिक बदलावों पर अध्ययन कर रहे हैं और मुझे लगता है कि यह पहल अच्छी है।”
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, मनोवैज्ञानिक अब किशोरावस्था को तीन चरणों में रखकर देखते हैं। पहले चरण में 12 से 14 साल की उम्र, दूसरे चरण में 15 से 17 साल की उम्र और तीसरे चरण में 18 से 25 की उम्र है।
यह है आधार
25 वर्ष की आयु तक किशोरावस्था मानने और इसके बाद वयस्क अवस्था के निर्धारण के लिए मनोवैज्ञानिकों ने दिमाग में उम्र के साथ होने वाले बदलावों पर अध्ययन किया है।
इस दौरान उन्होंने दिमाग की स्कैनिंग तकनीक की मदद ली और किशोरावस्था से लेकर वयस्क होने तक दिमाग में होने वाले विकास का अध्ययन किया और इस आधार पर वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे।
व्यक्ति के बदलते मनोविज्ञान के अलावा, शोधकर्ताओं ने इसके लिए शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव को भी जिम्मेदार माना है जो अब उम्र के 20वें दशक में होते हैं।