गुजरात। गुजरात सरकार ने 2016 में ब्राउन फील्ड मेडिकल कॉलेज पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिसके तहत अब राज्य के 7 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। ये कॉलेज बोटाद, देवभूमि-द्वारका, गिर सोमनाथ, खेड़ा-नडियाद, छोटा उदेपुर, महिसागर-लुनावाड़ा और डांग-आहवा जैसे क्षेत्रों में स्थापित होंगे।
इन नए कॉलेजों के खुलने से इन जिलों के निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे उन्हें इलाज के लिए अन्य स्थानों पर नहीं जाना पड़ेगा। वर्तमान में, गुजरात के 5 जिलों—बनासकांठा-पालनपुर, अमरेली, दाहोद, भरूच और तापी-व्यारा—में पहले से ही ब्राउन फील्ड मेडिकल कॉलेज मौजूद हैं।
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सरकार ने हेल्थकेयर सिस्टम को और मजबूत करने के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण पहल की हैं। गर्भवती महिलाओं को 20 दिनों तक और बच्चों को एक साल तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। विशेष रूप से, NICU और डायलिसिस के लिए अलग से बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। स्कूल हेल्थ प्रोग्राम के तहत बच्चों को गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज भी प्रदान किया जाएगा।
अधिकारी बताते हैं कि हर अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना अनिवार्य होगी, जिससे जरूरतमंदों को मुफ्त रक्त उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसके साथ ही, ट्रॉमा और एक्सीडेंट के मरीजों को मुफ्त इलाज की गारंटी दी जाएगी।
ब्राउन फील्ड स्कीम के तहत, अस्पतालों का संचालन प्राइवेट संस्थान करेंगे, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का पालन करना अनिवार्य होगा। हालांकि, इसके लिए सरकार अतिरिक्त फंड उपलब्ध नहीं कराएगी, लेकिन PMJAY जैसी योजनाओं से मिलने वाली आय का उपयोग मरीजों की भलाई के लिए किया जाएगा।
इन सभी बदलावों के माध्यम से, गुजरात सरकार ने राज्य के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है। हर जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों और उच्च गुणवत्ता वाले इलाज की उपलब्धता से लोगों को निश्चित रूप से बड़ी राहत मिलेगी।