बलरामपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बलरामपुर में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए, जिनमें बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान, त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था और प्रशासनिक सुधार शामिल हैं।
प्रमुख निर्देश:
- राप्ती नदी का चैनलाइजेशन:
- बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिए राप्ती नदी को चैनलाइज्ड करने का निर्देश दिया गया।
- सड़कों की स्थिति:
- जनपद के सभी संपर्क मार्गों को गड्ढामुक्त करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए। नई सड़कों और पुलों के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर काम करने को कहा गया।
- त्योहारों की तैयारी:
- दुर्गापूजा, दीपावली, और छठ जैसे त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया। माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई।
- नोडल अधिकारियों की नियुक्ति:
- मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के निर्माण की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने का निर्देश दिया।
- थारू जनजाति के कल्याण:
- थारू जनजाति ग्रामों में कैंप लगाकर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की बात की गई।
- जल जीवन मिशन की समीक्षा:
- जल जीवन मिशन के तहत पाइप डालने के कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और खुदाई के बाद सड़कों की तुरंत मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया।
- राजस्व वादों का निस्तारण:
- प्रशासनिक अधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि पुराने वाद लंबित न रहें।
- औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा:
- औद्योगिक गतिविधियों और रोजगार सृजन की स्थिति को सुधारने के लिए विशेष प्रयास करने की बात कही गई।
- साफ-सफाई का विशेष अभियान:
- ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।
- प्लास्टिक मुक्त जनपद:
- जनपद को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही गई।
बैठक में शामिल अधिकारी:
बैठक में कैबिनेट/प्रभारी मंत्री राकेश सचान, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, डीआईजी, और अन्य उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार सभी योजनाओं का लाभ जनहित में पहुंचाएगी और हर स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।