बहराइच। जिले के हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज में हाल ही में हुई हिंसा और युवक राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद स्थानीय प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। सोमवार को संभावित भवन ध्वस्तीकरण के तहत, मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद समेत 23 अन्य आरोपियों के मकानों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं।
शासन के आदेश पर लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इन घरों की नापजोख की है, जिनमें अधिकांश घर हिंसा में शामिल आरोपियों के बताए जा रहे हैं। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि अगर तीन दिनों के भीतर इन मकानों के मालिकों ने अपना जवाब नहीं दिया, तो संबंधित घरों को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें: महाकुंभ 2025: सुरक्षाबलों के मामले में इस साल टूटेगा पिछले कुंभों का रिकार्ड!
शनिवार को नोटिस चस्पा होने के बाद से ही ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों का सामान निकालना शुरू कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अधिकारी जो नापजोख करने आए थे, उन्होंने कहा कि सड़क किनारे बने कई मकान अवैध हैं और इनके कारण कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि अब्दुल हमीद वही व्यक्ति है, जिसके घर पर राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस हिंसा के बाद प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए महसी तहसीलदार रविकांत द्विवेदी को बहराइच डीएम ऑफिस में संबद्ध कर दिया है।
ग्रामीणों में डर और असुरक्षा का माहौल है, जिससे पलायन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोग अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए मजबूरन अपने घर छोड़ने को तैयार हैं। प्रशासन की यह कार्रवाई एक संदेश देती है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अगले कुछ दिनों में बुलडोजर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों में और अधिक चिंता बढ़ गई है।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal