बीईओ निरीक्षण छात्र उपस्थिति को लेकर हाटा, कुशीनगर में सख्त रवैया अपनाया गया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अमितेश कुमार ने आज क्षेत्र के करीब आधा दर्जन परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई, जिस पर बीईओ ने गहरी नाराजगी जाहिर की और शिक्षकों को छात्र नामांकन और उपस्थिति बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए।
निरीक्षण की शुरुआत सिविलियन विद्यालय अहिरौली राजा से हुई, जहां बीईओ सुबह 9:30 बजे पहुंचे। प्रधानाध्यापिका अनीता राय से उपस्थिति रजिस्टर मांगा और छात्रों की उपस्थिति की जानकारी ली। कक्षा में जाकर बच्चों से सवाल पूछे और जब बच्चों ने सही उत्तर दिए, तो उन्हें शाबाशी दी गई।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link
इसके बाद 10 बजे बीईओ प्राथमिक विद्यालय डुमरी पहुंचे। वहां प्रधानाध्यापक सुमित राय से विद्यालय की साफ-सफाई और रखरखाव की जानकारी ली। निरीक्षण में व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।
10:40 बजे प्राथमिक विद्यालय जाखनी पहुंचे, जहां प्रधानाध्यापिका पद्मावती सिंह से बच्चों की उपस्थिति पर बातचीत की गई। वहीं उन्होंने मिड-डे मील (MDM) का स्वाद भी चखा और बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
11 बजे सिविलियन विद्यालय खड्डा में प्रधानाध्यापक अभयानंदन तिवारी से विद्यालय की साफ-सफाई पर विशेष जोर देते हुए छात्र नामांकन बढ़ाने को कहा गया।
11:30 पर प्राथमिक विद्यालय तमासपुर पहुंचे, जहां प्रभारी प्रधानाध्यापक राजीव कुमार गुप्ता के साथ सीधे कक्षा में जाकर बच्चों से गणित विषय में प्रश्न पूछे गए। बच्चों ने जब सटीक उत्तर दिए, तो शिक्षक की पीठ थपथपाकर उन्हें प्रोत्साहित किया गया।
Read it also : पूर्वांचल-बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बनेंगे हाईटेक ई-वे हब
अंतिम निरीक्षण 11:55 बजे जूनियर हाईस्कूल चिरगोडा में किया गया, जहां प्रधानाध्यापक अनिश आलम से छात्र उपस्थिति और पठन-पाठन व्यवस्था की जानकारी ली गई। बीईओ ने साफ कहा कि जिन विद्यालयों में नामांकन कम पाया गया है, वहां जल्द से जल्द नामांकन और उपस्थिति बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विद्यालयों में साफ-सफाई और अनुशासित वातावरण बनाए रखने के लिए शिक्षकों को सजग रहना होगा, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
~ विश्ववार्ता संवाददाता